दिल्ली विश्वविद्यालय छात्राओं को विज्ञान और तकनीकी की दिशा में न केवल पढ़ाई बल्कि शोध के लिए प्रोत्साहित करने की तैयारी कर रहा है। भारत सरकार द्वारा जेंडर एडवांसमेंट फार ट्रांसफार्मिंग इंस्टीट्यूशंस (गति) के तहत यह कार्य किया जा रहा है। डीयू ने प्रो. श्याम रथ को इसका नोडल ऑफिसर बनाया गया है। ज्ञात हो कि भारतीय उच्च शिक्षा सर्वेक्षण रिपोर्ट 2019-20 में तकनीकी शिक्षा में देश में छात्राओं की संख्या कम बताई गई है। देश के तमाम विश्वविद्यालयों की तरह डीयू में भी विज्ञान के क्षेत्र में दाखिला, शोध और फैकल्टी में महिलाओं की संख्या पुरुषों की अपेक्षा कम है। इसमें महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए डीयू डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के इस प्रोजेक्ट के साथ काम करेगा। इसके लिए केंद्र सरकार के इस विभाग ने डीयू का चयन किया है। इसमें देश के अन्य विश्वविद्यालय और आईआईटी भी हैं। डीयू में पीजी, पीएचडी व साइंस फैकल्टी में महिलाओं की संख्या पुरुषों के हिसाब से कम हैं।
डीयू के कार्यवाहक कुलपति प्रो.पीसी जोशी ने बताया कि हमें खुशी है कि सरकार ने इसके लिए डीयू का चुनाव किया है। यह एक बहुत अच्छी योजना है। डीयू में छात्राओं को पहले भी प्रोत्साहन दिया जाता था और इस योजना के माध्यम से और बेहतर किया जाएगा।दिल्ली विश्वविद्यालय छात्राओं को विज्ञान और तकनीकी की दिशा में न केवल पढ़ाई बल्कि शोध के लिए प्रोत्साहित करने की तैयारी कर रहा है। भारत सरकार द्वारा जेंडर एडवांसमेंट फार ट्रांसफार्मिंग इंस्टीट्यूशंस (गति) के तहत यह कार्य किया जा रहा है। डीयू ने प्रो. श्याम रथ को इसका नोडल ऑफिसर बनाया गया है। ज्ञात हो कि भारतीय उच्च शिक्षा सर्वेक्षण रिपोर्ट 2019-20 में तकनीकी शिक्षा में देश में छात्राओं की संख्या कम बताई गई है।
देश के तमाम विश्वविद्यालयों की तरह डीयू में भी विज्ञान के क्षेत्र में दाखिला, शोध और फैकल्टी में महिलाओं की संख्या पुरुषों की अपेक्षा कम है। इसमें महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए डीयू डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के इस प्रोजेक्ट के साथ काम करेगा। इसके लिए केंद्र सरकार के इस विभाग ने डीयू का चयन किया है। इसमें देश के अन्य विश्वविद्यालय और आईआईटी भी हैं। डीयू में पीजी, पीएचडी व साइंस फैकल्टी में महिलाओं की संख्या पुरुषों के हिसाब से कम हैं।डीयू के कार्यवाहक कुलपति प्रो.पीसी जोशी ने बताया कि हमें खुशी है कि सरकार ने इसके लिए डीयू का चुनाव किया है। यह एक बहुत अच्छी योजना है। डीयू में छात्राओं को पहले भी प्रोत्साहन दिया जाता था और इस योजना के माध्यम से और बेहतर किया जाएगा।
इन 10 विभागों में शोध में छात्राओं की संख्या है छात्रों से अधिक
विभाग छात्राओं की संख्या छात्रों की संख्या
डॉ. बीआर अंबेडकर सेंटर फार बायोमेडिकल रिसर्च 44 19
बॉटनी डिपार्टमेंट 80 18
एंथ्रोपोलॉजी डिपार्टमेंट 46 21
डिपार्टमेंट ऑफ आपरेशनल रिसर्च 27 18
डिपार्टमेंट ऑफ कंप्यूटर साइंस 41 08
डिपार्टमेंट ऑफ प्लांट मॉलिक्यूलर बायोलॉजी 29 12
डिपार्टमेंट ऑफ जेनेटिक्स 30 14
डिपार्टमेंट ऑफ बायोकेमेस्ट्री 15 07
डिपार्टमेंट ऑफ बायोफिजिक्स 06 03
डिपार्टमेंट ऑफ माइक्रोबायलॉजी 09 06
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें