लेटलतीफी की हद पार! बिहार में आवेदन के 11 साल बाद शुरू होगी होमगार्ड भर्ती की प्रक्रिया
Home guard recruitment in Bihar: आवेदन देने के बाद 11 साल सूबे में होमगार्ड की भर्ती प्रक्रिया शुरू होगी। इसके लिए होनेवाली दौड़ व अन्य शारीरिक जांच में राज्य भर के लाखों अभ्यर्थी भाग लेंगे। पंचायत चुनाव के बाद इसकी प्रक्रिया शुरू होगी। पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों को पत्र भेजकर इसके लिए एनरॉलमेंट बनाने को कहा है। वर्ष 2011 में होमगार्ड में भर्ती के लिए अंतिम विज्ञापन प्रकाशित हुआ था और उसी आधार पर लाखों युवाओं ने आवेदन किया था। एडीजी (पुलिस मुख्यालय) जेएस गंगवार ने भागलपुर सहित सभी जिलों के एसपी को निर्देश दिया है कि वे जल्द एनरॉलमेंट कराएं।
भागलपुर रेंज के तीनों जिलों में 35 हजार अभ्यर्थी
भागलपुर रेंज के तीनों जिले में 35 हजार लोगों ने आवेदन दिया था। भागलपुर में 16 हजार, बांका में 10 हजार छह सौ और नवगछिया में आठ हजार पांच सौ अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। सर्वाधिक आवेदन पटना जिले में लगभग 55 हजार अभ्यर्थियों ने किया है। भागलपुर में होमगार्ड के वरीय समादेष्टा त्रिलोकनाथ झा ने बताया कि राज्य के 29 जिलों में होमगार्ड जवानों की नियुक्ति होनी है। कुछ छोटे जिलों में यह प्रक्रिया पूरी हो चुकी है।
एनरॉलमेंट नहीं कराने वाले एसपी के सीआर में होगा जिक्र
होमगार्ड की नियुक्ति प्रक्रिया को लेकर मुख्यालय कितना गंभीर है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि एडीजी (मुख्यालय) ने कहा है कि नियुक्ति प्रक्रिया से संबंधित एनरॉलमेंट अभी तक नहीं बनाने वाले जिलों के एसपी के सीआर में यह देखा जायेगा कि उन्होंने गृहरक्षकों का इनरॉलमेंट कराया है या नहीं। उन्होंने लिखा है कि एनरॉलमेंट का कार्य डीएम, एसपी और होमगार्ड के जिला समादेष्टा को मिलकर करना है। उन्होंने कहा है कि सिर्फ 14 जिलों ने ही गृहरक्षकों का एनरॉलमेंट कराया है। रोस्टर को लेकर जो भी संशय था उसे दूर करने के लिए गृह विभाग द्वारा जिलों के डीएम को परामर्श दिये जाने की बात उन्होंने लिखी है।
मौका मिलने की खुशी पर शरीर कितना साथ देगा इस पर सवाल
11 साल बाद नियुक्ति प्रक्रिया शुरू होने से अभ्यर्थियों के मन में खुशी तो है लेकिन शरीर कितना साथ देगा, इसको लेकर सवाल उठने लगे हैं। 11 साल पहले आवेदन करने वाले युवा अब क्या उसी जोश और क्षमता के साथ शारीरिक जांच परीक्षा में शामिल हो सकेंगे। क्या उनका शरीर उसी तरह साथ देगा जैसा 11 साल पहले देता? रिटायर्ड आईपीएस उपेंद्र कुमार सिन्हा ने बताया कि नियुक्ति प्रक्रिया शुरू होना अच्छी बात है लेकिन यह जरूरी नहीं कि उस समय आवेदन करनेवाले युवा 11 साल बाद उसी तरह ऊर्जावान हों। इस बात की पूरी संभावना है कि आवेदन देने वालों में काफी लोग ऐसे हों जिन्होंने जीवन-यापन का कोई दूसरा विकल्प तैयार कर लिया हो और अब इस प्रक्रिया में भाग लेने नहीं आएं।
होमगार्ड के वरीय जिला समादेष्टा त्रिलोकनाथ झा ने बताया कि पंचायत चुनाव बाद होमगार्ड की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू होगी। इसके लिए एनरॉलमेंट बनाया जा रहा है। भागलपुर, बांका और नवगछिया में 2011 में प्रकाशित विज्ञापन के आधार पर 35 हजार अभ्यर्थियों के आवेदन जमा हैं। उन्हें ही इस प्रक्रिया में शामिल होने का मौका मिलेगा। वर्तमान में अभ्यर्थियों की उम्र जितनी भी हो, गणना विज्ञापन में अंकित तिथि से ही की जायेगी।
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