अलविदा 2021: UPTET , MAHA TET , REET - देश के तीन बड़े राज्यों की टीईटी परीक्षाएं आरापों से घिरीं
वर्ष 2022 के अंतिम महीनों में उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा ( यूपीटीईटी ) , महाराष्ट्र शिक्षक पात्रता परीक्षा ( महाराष्ट्र टीईटी ) और राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा ( रीट ) काफी सुर्खियों में रहीं। पेपर लीक होने के चलते 28 नवंबर को यूपीटीईटी परीक्षा निरस्त कर दी गई थी। टीईटी प्राथमिक स्तर की परीक्षा के लिए 13.52 लाख और टीईटी उच्च प्राथमिक स्तर की परीक्षा के लिए 8.93 लाख अभ्यर्थियों ने रजिस्ट्रेशन कराया था। शिक्षक बनना चाह रहे लाखों युवाओं ने प्रशासन की इस लापरवाही पर गहरा रोष जाहिर किया।
एक तरफ जहां यूपीटीईटी परीक्षा पेपर लीक के चलते न हो सकी, वहां राजस्थान की रीट परीक्षा धांधली के आरोपों से घिर गई। राजस्थान के इतिहास में यह सबसे बड़ी परीक्षा थी। 26 सितंबर को हुई रीट परीक्षा में 20 लाख से ज्यादा अभ्यर्थी शामिल हुए थे। परीक्षा में पेपर लीक और सोल्वर गैंग के सक्रिय होने के आरोप लगे। कई आरोपियों को पकड़ा भी गया। धांधली की जांच के बीच रीट का रिजल्ट रिकॉर्ड 36 दिनों में जारी करके राजस्थान बोर्ड ने सबको चौंका दिया। जांच के बीच परीक्षा का रिजल्ट जारी करने पर सवाल उठे। भाजपा ने कहा कि जल्दबाजी में रिजल्ट जारी कर बोर्ड अध्यक्ष ने पेपर लीक मामले में स्वयं की संलिप्तता पर लीपापोती करने की कोशिश की है।
MAHA TET में धांधली
महाराष्ट्र शिक्षक पात्रता परीक्षा 2018 (महाराष्ट्र टीईटी) में फर्जीवाड़ा करने के आरोप में पुलिस ने 17 दिसंबर को महाराष्ट स्टेट काउंसिल ऑफ एग्जामिनेशन (एमएससीई) के पूर्व कमिश्नर तुकाराम सुपे को गिरफ्तार किया। सुपे के घर हुई छापेमारी के दौरान करीबन 1.5 करोड़ रुपये नगद और कई किलो सोना जब्त किया गया था। टीईटी परीक्षा में 800 उम्मीदवारों के नंबर बढ़ाने के लिए राज्य शिक्षा परिषद के आयुक्त तुकाराम सुपे और शिक्षा विभाग के तकनीकी सलाहकार अभिषेक सावरीकर को 4 करोड़ 20 लाख रुपये दिए जाने की जानकारी पुलिस को मिली थी।
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