बीएड और एमएड की पढ़ाई अब पीआरएसयू कैंपस में होगी होगी
विश्वविद्यालय की स्थापना के बाद सिर्फ परास्नातक की कक्षाएं परिसर से चल रही थीं। जबकि संबद्ध 638 कॉलेजों में स्नातक स्तर के विभिन्न पाठ्यक्रमों का संचालन हो रहा था। मौजूदा शैक्षिक सत्र में 2021-22 में नई शिक्षा नीति के तहत स्नातक में पांच इंट्रीग्रेटेड पाठ्यक्रमों में प्रवेश लिया गया है। शैक्षिक सत्र 2022-23 से नई शिक्षा नीति के तहत परिसर के विधि संकाय में बीएएलएलबी व एलएलएम, शिक्षा संकाय में बीएड व एमएड, कृषि विज्ञान संकाय में बीएससी, एमएससी, जीवन विज्ञान संकाय में बी-फार्मा, बायोटेक्नोलॉजी व बायोकेमेस्ट्री के संचालन को विद्वत एवं कार्य परिषद से सैद्धांतिक मंजूरी मिल चुकी है।
कुलपति प्रो. अखिलेश सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय परिसर में नए शैक्षिक सत्र से शिक्षा शास्त्रत्त्, साइंस, विधि, एग्रीकल्चर संकाय की स्थापना की जाएगी। इसके लिए विश्वविद्यालय के एकेडमिक और कार्य परिषद के सदस्यों ने सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। दो परिषदों से मंजूरी मिलने के बाद नए पाठ्यक्रमों के संचालन के लिए प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है। मंजूरी के लिए शासन के पास जल्द भेजा जाएगा। विधि संकाय के अंतर्गत एलएलबी की पढ़ाई होगी। प्रो. सिंह ने बताया कि विधि पाठ्यक्रम के संचालन के लिए शासन से मंजूरी के अलावा बार काउंसिल ऑफ इंडिया (बीसीआई) से मंजूरी लेने के लिए प्रस्ताव भेजा जाएगा।
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