CTET 2021: किसी शिफ्ट में कठिन तो किसी में आसान है प्रश्नों का स्तर, सभी अभ्यर्थियों को समान मौका देने के लिए लागू हो सकती है ये व्यवस्था
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) द्वारा आयोजित की जाने वाली केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (CTET) की शुरुआत 16 दिसंबर से हो चुकी है। पहली बार ऑनलाइन मोड में आयोजित की जा रही यह परीक्षा 13 जनवरी तक चलेगी और इसके सफल आयोजन के लिए देश भर के 300 से भी अधिक शहरों में परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। गौरतलब है कि इस पात्रता परीक्षा में सफल होने वाले अभ्यर्थी केंद्र सरकार तथा अन्य कई राज्यों के स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती में आवेदन करने के पात्र माने जाते हैं। CBSE ने CTET 2021 के लिए अभ्यर्थियों से 19 सितंबर से 25 अक्टूबर के बीच आवेदन मांगे थे।
किसी शिफ्ट में आसान तो किसी में पूछे जा रहे हैं कठिन प्रश्न :
CTET 2021 के कई शिफ्ट्स की परीक्षा अब तक आयोजित हो चुकी है और इनमें शामिल होने वाले अभ्यर्थियों के मुताबिक किसी शिफ्ट में आसान तो किसी शिफ्ट में कठिन प्रश्न पूछे जा रहे हैं। अभी तक आयोजित हुई इस परीक्षा के पेपर 1 में कभी 150 में से 110 से 120 प्रश्न इजी से मॉडरेट श्रेणी के और कभी 100 से 110 प्रश्न ईजी और मॉडरेट श्रेणी के पूछे जा रहे हैं। वहीं, दूसरी शिफ्ट में कभी 105 से 110 प्रश्न ईजी और मॉडरेट श्रेणी के तो कभी 100 से 105 प्रश्न ईजी और मॉडरेट श्रेणी के पूछे जा रहे हैं।
सभी अभ्यर्थियों को बराबर मौका देने के लागू हो सकती है यह व्यवस्था :
इस परीक्षा में सभी अभ्यर्थियों को समान रूप से मौका देने के लिए CBSE नॉर्मलाइजेशन की व्यवस्था लागू कर सकती है। दरअसल CBSE ने एक नोटिस जारी करते हुए बताया था कि इस परीक्षा में अगर क्वेश्चन पेपर के अलग-अलग सेटों का डिफिकल्टी लेवल अलग-अलग होता हैं, तो निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए नॉर्मलाइजेशन की व्यवस्था अपनाई जा सकती है। गौरतलब है कि नॉर्मलाइजेशन की व्यवस्था में एक फॉर्मूले के तहत जिस शिफ्ट में कठिन प्रश्न आते हैं उस शिफ्ट के अभ्यर्थियों को कुछ एक्स्ट्रा मार्क्स दिया जाता है और जिस शिफ्ट में आसान प्रश्न आते हैं उस शिफ्ट के अभ्यर्थियों का कुछ मार्क्स काट लिया जाता है।
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