UP Police Constable Recruitment 2021: यूपी पुलिस में क्यों दिया जाता है महिला सिपाहियों को करीब 15 माह का अतिरिक्त अवकाश
उत्तर प्रदेश में सब-इंस्पेक्टर, प्लाटून कमांडर और अग्निशमन अधिकारी के लगभग 10 हजार पदों को भरने के लिए हाल ही में लिखित परीक्षा कराई गई है। अभ्यर्थी अब इसके रिजल्ट का इंतजार कर रहे हैं। वहीं, इस बीच प्रदेश में 25,000 कॉन्स्टेबल के पदों की भर्ती की भी खबरें सामने आ रही हैं। बताया जा रहा है कि यूपी पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने इस भर्ती के आयोजन का प्रस्ताव राज्य सरकार को भेज दिया है।
इस पर मंजूरी मिलते ही आवेदन प्रक्रिया की शुरुआत कर दी जाएगी। जानकारी के अनुसार, बोर्ड की ओर से आरक्षी भर्ती की तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं। इन पदों पर पुरुष उम्मीदवारों के साथ-साथ महिला अभ्यर्थियों को भी आवेदन करने का मौका दिया जाएगा। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड द्वारा इन 25,000 आरक्षी पदों पर होने वाली भर्ती की आवेदन प्रक्रिया की शुरुआत अगले महीने से की जा सकती है। ऐसे में इस भर्ती से जुड़ी किसी भी तरह की लेटेस्ट जानकारी के लिए उम्मीदवार को यूपीपीआरपीबी की ऑफिशियल वेबसाइट पर विज़िट करते रहना चाहिए।इन पाँच पड़ावों को करना होगा पार
हाल ही में आयोजित हुई भर्तियों और के आधार पर कहा जा सकता है कि इस नई भर्ती के लिए भी अभ्यर्थियों को चार चरणों से होकर गुजरना पड़ सकता है। इसमें सबसे पहले उम्मीदवारों को लिखित परीक्षा देनी होगी। इसके बाद शारीरिक दक्षता परीक्षा, शारीरिक मापदंड, व मेडिकल परीक्षण को पार करना होगा। इन सभी चरणों में सफल होने वाले उम्मीदवारों की अंतिम योग्यता सूची तैयार की जाती है।
आरक्षी पुलिस व पीएसी के जवानों को मिलता है समान वेतन
यूपी पुलिस में कॉन्स्टेबल और पीएसी के सिपाही पदों पर अंतिम रूप से चयनित होने वाले अभ्यर्थी को लगभग 30 हज़ार से 40 हज़ार रुपये प्रतिमाह का अनुमानित मासिक वेतन दिया जाता है जिसमें 7वें पे-कमीशन के अनुसार अन्य भत्ते जैसे यात्रा किराया भत्ता, मकान किराया भत्ता, मेडिकल सुविधा आदि जैसी सुविधाएं शामिल हैं। जो इसे एक बेहद आकर्षक सरकारी नौकरी बना देते हैं।
साल में कितने दिनों का मिलता है अवकाश
यूपी पुलिस में कार्यरत सिपाही ने बताया कि आधिकारिक तौर पर एक कॉन्स्टेबल को एक वर्ष में 60 छुट्टी दिए जाने का प्रावधान है। हालांकि इन छुट्टियों का कोई निर्धारित शेड्यूल नहीं है।
किन परिस्थितियों में महिलाओं को दिया जाता है अतिरिक्त अवकाश
यूपी पुलिस में कार्यरत महिला सिपाही या अधिकारी को 15 माह का अतिरिक्त अवकाश दिए जाने का भी प्रावधान है। यह अवकाश कर्मचारी को मैटरनिटी लीव के रूप में दिया जाता है। महिला आरक्षी मैटरनिटी लीव को एक साथ या दो अलग-अलग चरणों में ले सकती हैं। इसके लिए अभ्यर्थियों को पुलिस भर्ती बोर्ड की वेबसाइट पर विज़िट करना होगा। उम्मीदवारों लिए यह जानकारी कई स्रोतों से एकत्र की गई है।
किस तरह से होती है वेतन वृद्धि
यूपी पुलिस कॉन्स्टेबल के पदों पर निकाली जाने वाली भर्ती में चयनित होने वाले उम्मीदवारों की लगभग 2 वर्षों की ट्रेनिंग कराई जाती है। प्रशिक्षण के दौरान कैंडिडेट्स को21,700 रुपये का पारिश्रमिक दिया जाता है। ट्रेनिंग समाप्त होने के बाद उम्मीदवारों को करीब 6 माह तक अंडर ट्रेनिंग में रखा जाता है लेकिन इस समयसीमा में उन्हें तैनाती दे दी जाती है। छ: माह का प्रशिक्षण पूरा करने के बाद अभ्यर्थी को मकान किराया भत्ता, यात्रा भत्ता व अन्य सुविधाओं का लाभ दे दिया जाता है।
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