यूपी बोर्ड 2022: कमजोर इंटरनेट से कठिन हो रही आनलाइन शिक्षण की राह, जानिए मामला
माध्यमिक विद्यालयों के कक्षा 11वीं व 12वीं के विद्यार्थियों की पढ़ाई आनलाइन माध्यम से कराए जाने के निर्देश अधिकारियों ने प्रधानाचार्यों को दिए हैं। मगर आनलाइन पढ़ाई की राह में कमजोर इंटरनेट की अड़चन रोड़ा अटका सकती है। ग्रामीण क्षेत्रों के कई विद्यालय कमजोर इंटरनेट के चलते विद्यार्थियों के पास शिक्षण सामग्री उपलब्ध नहीं करा पाते हैं। वहीं खराब मौसम के चलते भी इंटरनेट सेवाओं में बाधा आती है। इससे शहरी क्षेत्र के विद्यालयों में भी दिक्कतें सामने आती हैं। प्री-बोर्ड व वार्षिक परीक्षाओं की तैयारी कराने के लिए भी आनलाइन माध्यम को अपनाया जाना है।
आनलाइन शिक्षा की तैयारी
माध्यमिक विद्यालयों से शिक्षकों ने गूगल क्लासरूम के जरिए विद्यार्थियों को जोड़ा तो है लेकिन कई ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यालय जो बेहतर कार्य करते हैं मगर इंटरनेट कनेक्टिविटी कमजोर होने के चलते शिक्षण सामग्री विद्यार्थियों तक नहीं पहुंच पा रही है। हालांकि कुछ समय पहले जिले के माध्यमिक विद्यालय भी आधुनिकता के ट्रैक पर दौड़ पड़े थे। लाकडाउन के समय में नए सत्र की पढ़ाई विद्यार्थियों को आनलाइन माध्यम से कराई गई। माध्यमिक कालेजों में अब आफलाइन पढ़ाई शुरू करा दी गई थी। हालांकि माध्यमिक विद्यालयों के छात्र-छात्राएं आधुनिक संसाधनों से लैस नहीं होते मगर जिसके पास जैसी सुविधा है उसको उस स्तर से पढ़ाने का खाका तैयार किया गया है। हालांकि अभी 16 जनवरी तक अवकाश होने से पहले तक विद्यालयों में बुलाकर विद्यार्थियों को पढ़ाई व परीक्षाओं की तैयारी कराई जा रही थी। जो विद्यार्थी आनलाइन कक्षाओं से जुड़ने में अक्षम हैं उनको कालेज में तैयारी कराए जाने की व्यवस्था भी रखनी है।
आनलाइन परीक्षा की तैयारी
डीआइओएस डा. धर्मेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि, प्रधानाचार्यों को हाईस्पीड इंटरनेट सेवा रखने के लिए कहा गया है। क्षेत्र के हिसाब से कहीं कहीं इंटरनेट स्पीड में दिक्कत आ सकती है। मगर इन दिक्कतों के बीच विद्यार्थियों काे बेहतर तैयारी कराना ही लक्ष्य है। टीआर इंटर कालेज, बाबूलाल जैन इंटर कालेज, डीएवी कालेज आदि में गूगल क्लासरूम के जरिए कक्षाएं लगाने की व्यवस्थाएं हैं। इनके अलावा जिन छात्र-छात्राओं की गूगल क्लासरूम से पढ़ाई नहीं हो रही उनको वाट्सएप ग्रुप से जोड़कर परीक्षा की तैयारी व पढ़ाई कराने का काम किया जाएगा। जिले में 94 एडेड, 35 राजकीय व करीब 680 वित्तविहीन कालेज हैं। यहां के विद्यािर्थयों को आनलाइन माध्यम से परीक्षा की तैयारी कराई जाएगी।
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