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सोमवार, 17 जनवरी 2022

MPPEB MP Police Constable Exam : इस खुफिया आंख से अनजान होंगे एमपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती के ज्यादातर परीक्षार्थी

 

MPPEB MP Police Constable Exam : इस खुफिया आंख से अनजान होंगे एमपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती के ज्यादातर परीक्षार्थी

MP Police Constable Exam 2021 2022: मध्य प्रदेश में चल रही कंप्यूटर बेस्ड पुलिस कांस्टेबल भर्ती लिखित परीक्षा में नकल व किसी तरह के फर्जीवाड़े को रोकने के लिए बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन समेत तमाम सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। लेकिन परीक्षा केंद्रों में एक ऐसी खुफिया आंख है जिससे अधिकांश परीक्षार्थी अनजान होंगे। इस खुफिया आंख का नाम है एग्जाम रिफ्लेक्शन टूल। इस बार मध्य प्रदेश प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड (एमपीपीईबी) ने पारदर्शिता के साथ परीक्षा कराने के लिए एग्जाम रिफ्लेशन टूल की टेक्निकल का इस्तेमाल किया है। यह वो टेक्निक है जिसकी मदद से दूर बैठकर पता चलता रहेगा कि कोई परीक्षार्थी अपनी कंप्यूटर स्क्रीन पर क्या कर रहा है।

टेस्ट के दौरान परीक्षार्थी के कंप्यूटर स्क्रीन पर एक-एक माउस क्लिक और दिए गए उत्तरों का ब्योरा एमपीपीईबी स्टाफ को पता चलता रहेगा। जरूरत पड़ने पर ये डिटेल बाद में इस्तेमाल की जा सकती है। इस टूल से जब भी किसी परीक्षार्थी की कंप्यूटर स्क्रीन पर कुछ गलत गतिविधि चल रही होगी तो इसके बारे में पता चल जाएगा।  

इसके अलावा सुरक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन डेस्क के अलावा लैब में प्रवेश करते समय और निकलते समय भी आधार वेरिफाइ किया जा रहा है। सही उम्मीदवारों की पहचान करने और अनधिकृत व्यक्तियों को कंप्यूटर लैब में प्रवेश करने से रोकने के लिए उम्मीदवारों को पंजीकरण डेस्क पर प्रति शिफ्ट अलग-अलग रंग के बैंड पहनाए जा रहे हैं।आपको बता दें कि एमपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा 8 जनवरी से रोजाना दो-दो शिफ्टों में राज्य के 13 शहरों में जारी है। यह 17 फरवरी तक चलेगी। इस बीच मध्य प्रदेश सरकार ने बताया है कि 13 जनवरी तक इस परीक्षा में 60 फीसदी उपस्थिति रही है। कुल 12,72,305 अभ्यर्थियों को एडमिट कार्ड जारी किए गए हैं। 

पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में अब तक तीन लोग अनुचित साधनों का उपयोग कर नकल करने की कोशिश करते पकड़े गए हैं। पहला मामला इंदौर का है। यहां 8 जनवरी को शहर के इस्लामिया करीमिया कॉलेज सेंटर 1 में एक अभ्यर्थी के पास मोबाइल मिला था। वहीं इंदौर में ही ओरियंटल यूनिवर्सिटी सेंटर में एक अभ्यर्थी रफ पेपर पर प्रश्न हल करके अपने पीछे बैठे दूसरे अभ्यर्थी को बताते हुए पकड़ा गया। जबकि तीसरा मामला उज्जैन का है। यहां 12 जनवरी को अल्पाइन इंस्टीट्यूट सेंटर पर में एक अभ्यर्थी के खिलाफ अनुचित साधन उपयोग करने का मामला बनाया गया है।


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