UP Board Exam: पेपर लीक की अफवाह फैलाई तो दर्ज होगी एफआईआर, नकल रोकने के लिए इस बार सरकार ने किए कड़े इंतजाम
उत्तर प्रदेश के बलिया में हाईस्कूल के संस्कृत विषय के फर्जी प्रश्नपत्र वायरल किए जाने की घटना पर शासन ने गंभीर रुख अपनाया है। अपर मुख्य सचिव आराधना शुक्ला ने इस तरह के भ्रम फैलाने वाले अराजक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य स्तरीय कन्ट्रोल रूम से मानीटरिंग और शासन समेत विभागीय अधिकारियों के निरीक्षण में यह देखा गया कि कुछ स्कूलों में सीसीटीवी कैमरे में दिशा परीक्षार्थियों की तरफ नहीं थी। वहीं कुछ जगहों से कंट्रोल रूम में परीक्षा कक्ष की आवाज नहीं सुनाई दे रही थी। सभी डीआईओएस जिला स्तरीय कन्ट्रोल रूम से जांच कर लें कि उनके जिले के हर परीक्षा केन्द्र के सभी परीक्षा कक्ष दिख रहे हैं। श्रीमती शुक्ला ने यह भी कहा कि परीक्षा कक्षों में लगे सीसीटीवी कैमरे की रिकार्डिंग एक महीने तक सुरक्षित रखी जाए। यदि कोई इसमें लापरवाही बरते तो उसके खिलाफ कार्रवाई करते हुए सूचित किया जाए।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से ली जाएगी रिपोर्ट
माध्यमिक शिक्षा विभाग ने नकल की दृष्टि से नौ संवेदनशील विषयों के लिए खासतौर पर नोडल अधिकारी तैनात किए हैं। जिस दिन इन विषयों की परीक्षा होगी, उस दिन शासन स्तर से शाम को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा की जाएगी। सभी नोडल अधिकारी अपने आवंटित जिलों से इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में भाग लेंगे।माध्यमिक शिक्षा विभाग की अपर मुख्य सचिव आराधना शुक्ला ने इस संबंध में मंगलवार को आदेश जारी कर दिया।
संवेदनशील विषयों में हाई स्कूल में 4 अप्रैल को विज्ञान, 6 अप्रैल को अंग्रेजी, 9 अप्रैल को सामाजिक विज्ञान और 12 अप्रैल को गणित का पर्चा शामिल है। वहीं इंटरमीडिएट में 3 अप्रैल को अंग्रेजी, 4 अप्रैल को जीव विज्ञान व गणित, 7 अप्रैल को भौतिक विज्ञान और 11 अप्रैल को रसायन विज्ञान की परीक्षा होनी है। सभी 75 जिलों के लिए नोडल अधिकारी बना दिए गए हैं। ये अधिकारी इन तिथियों में ज्यादा से ज्यादा परीक्षा केंद्रों का प्रभावी निरीक्षण करते हुए यह देखेंगे कि यूपी बोर्ड के दिशा निर्देशों का पालन किया जा रहा है और नकल विहीन परीक्षाएं आयोजित हो रही हैं । वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान सभी अधिकारी अपने आवंटित जिलों में ही रहेंगे।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से ली जाएगी रिपोर्ट
बलिया में हाईस्कूल के संस्कृत विषय के फर्जी प्रश्नपत्र वायरल किए जाने की घटना पर शासन ने गंभीर रुख अपनाया है। अपर मुख्य सचिव आराधना शुक्ला ने इस तरह के भ्रम फैलाने वाले अराजक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य स्तरीय कन्ट्रोल रूम से मानीटरिंग और शासन समेत विभागीय अधिकारियों के निरीक्षण में यह देखा गया कि कुछ स्कूलों में सीसीटीवी कैमरे में दिशा परीक्षार्थियों की तरफ नहीं थी। वहीं कुछ जगहों से कंट्रोल रूम में परीक्षा कक्ष की आवाज नहीं सुनाई दे रही थी। सभी डीआईओएस जिला स्तरीय कन्ट्रोल रूम से जांच कर लें कि उनके जिले के हर परीक्षा केन्द्र के सभी परीक्षा कक्ष दिख रहे हैं। श्रीमती शुक्ला ने यह भी कहा कि परीक्षा कक्षों में लगे सीसीटीवी कैमरे की रिकार्डिंग एक महीने तक सुरक्षित रखी जाए। यदि कोई इसमें लापरवाही बरते तो उसके खिलाफ कार्रवाई करते हुए सूचित किया जाए।
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