इलाहाबाद विश्वविद्यालय में पीएचडी दाखिले में आसान नहीं जेआरएफ की राह
इलाहाबाद विश्वविद्यालय में पीएचडी में प्रवेश लेने वाले नेट-जेआरएफ अभ्यर्थियों की राह आसान नहीं होगी। विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस सत्र में शोध में दाखिले की प्रक्रिया में अहम बदलाव किया है। नेट-जेआरएफ अभ्यर्थियों को भी संयुक्त शोध प्रवेश परीक्षा (क्रेट) यानी लेवल वन में शामिल होना होगा। जबकि विगत वर्षों में जेआरएफ अभ्यर्थियों को सीधे क्रेट लेवल-2 यानी इंटरव्यू में शामिल किया जाता था। इसमें नेट को तीन और जेआरएफ अभ्यर्थियों को पांच अंक अतिरिक्त (वेटेज) प्रदान किए जाएंगे।
विदित हो कि संयुक्त शोध प्रवेश परीक्षा (क्रेट) के लिए रविवार यानी 24 अप्रैल से ऑनलाइन आवेदन प्रारंभ है। आवेदन की अंतिम तिथि 16 मई तय की गई है। 41 विषयों के सापेक्ष 614 सीटों पर प्रवेश दिया जाएगा। इनमें 227 सीट विश्वविद्यालय एवं 387 सीट कॉलेजों में हैं। सर्वाधिक रसायन विज्ञान में 62 सीटें हैं। वहीं, उर्दू, फारसी, एग्रीकल्चर बॉटनी, रुरल टेक्नोलॉजी में शून्य सीटें है। क्रेट के जरिए इविवि, सीएमपी, एडीसी, ईश्वर शरण डिग्री, जगत तारन गर्ल्स डिग्री कॉलेज, एसएस खन्ना, आर्य कन्या डिग्री कॉलेज, श्यामा प्रसाद मुखर्जी राजकीय डिग्री कॉलेज, ईसीसी में पीएचडी में प्रवेश दिया जाएगा।
तीन सौ अंकों की होगी लेवल-1 परीक्षा: क्रेट लेवल वन में लिखित परीक्षा 300 अंकों की होगी। इसमें मिलने वाले अंकों को 35 अंकों के पूर्णांक में लेवल-2 के लिए परिवर्तित किया जाता है। इसमें 35 अंक लिखित परीक्षा यानी लेवल वन में, 15 अंक इंटरव्यू यानी लेवल-2 में और 25 अंक पिछले शैक्षिक परिणामों के आधार पर प्रदान किए जाएंगे।
शिक्षकों को लेवल-1 से मिलेगी छूट : इविवि एवं कॉलेज के शिक्षकों को रिसर्च करने के लिए लिखित परीक्षा से छूट मिलेगी। वहीं विदेशी एवं सैन्य कर्मी को इस बार भी लिखित परीक्षा नहीं देनी होगी। इनको सीधे लेवल-2 यानी इंटरव्य में शामिल होना होगा।
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