कवायद: दो तकनीकी विश्वविद्यालयों में मेडिकल कॉलेज खोलने की तैयारी
राजधानी के दो राज्य स्तरीय तकनीकी विश्वविद्यालयों ने अपने यहां मेडिकल कॉलेज खोलने का प्रस्ताव दिल्ली सरकार को दिया है। ट्रेनिंग एंड टेक्निकल एजुकेशन की मंजूरी के बाद यह संस्थान अपने यहां मेडिकल कॉलेज खोल पाएंगे। यह विश्वविद्यालय नेताजी सुभाष प्रौद्यागिकी और दिल्ली प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय हैं। बताया जा रहा है कि यह अपने आप में अनूठा मेडिकल कॉलेज होगा।
इसमें चिकित्सा क्षेत्र में तकनीक के प्रयोग व जरूरत को ध्यान में रखकर पाठ्यक्रम तैयार किए जाएंगे। इसे अलग-अलग अस्पताल से संबद्ध भी किया जाएगा। एनएसयूटी के कुलपति और डीटीयू के कार्यवाहक कुलपति प्रो.जेपी सैनी ने बताया कि तकनीकी विश्वविद्यालय को लेकर हमारी तैयारी पहले से है। हमें उम्मीद है कि आने वाले समय में दोनों विश्वविद्यालयों के पास एक-एक फैकल्टी ऑफ मेडिसिन होंगे। जिसमें मेडिकल कॉलेज के अलावा नर्सिंग की भी पढ़ाई होगी।
सौ-सौ सीटों से शुरू करने की तैयारी : कुलपति ने बताया कि कॉलेजों को 100-100 सीटों से शुरुआत करने की तैयारी है। आने वाले समय में 250 सीटों तक या इससे अधिक संख्या तक ले जाएंगे। 100 सीट का प्रस्ताव एक विश्वविद्यालय में है। इसमें नर्सिंग से संबंधित कोर्स के अलावा डेंटल की भी पढ़ाई होगी। इसमें भी दिल्ली के छात्रों के लिए 85 फीसदी तथा बाहर के विद्यार्थियों के लिए 15 फीसदी सीटें आरक्षित रहेंगी। प्रो.सैनी ने बताया कि इस प्रस्ताव को लेकर सरकार का रुख सकारात्मक है।
प्रस्तावित कोर्स:
- एमबीबीएस
- बैचरल ऑफ डेंटल साइंस
- बीबीए इन हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन एंड कम्युनिटी डिजीज
- बीएससी नर्सिंग
- बी फार्मेसी
- बैचलर इन प्रोस्थेटिक्स एंड आर्थोटिक्स
- बीएससी मेडिकल लैबोरेटरी टेक्नोलॉजी
इन विषयों में एमडी कराने का प्रस्ताव
जनरल मेडिसिन, कम्युनिटी मेडिसिन, एनेस्थिसियोलॉजी, पेडियाट्रिक्स, डर्मेटोलॉजी, फोरेंसिक मेडिसिन, माइक्रोबायोलॉजी, बायोकैमिस्ट्री, पैथोलॉजी, फार्माकोलॉजी, फिजियोलॉजी, साइकियाट्री आदि।
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