शुरू होंगे एएनएम-जीएनएम प्रशिक्षण केंद्र
राज्य ब्यूरो, लखनऊ: प्रदेश में तीन दशक से बंद पड़े एएनएम और जीएनएम प्रशिक्षण केंद्र फिर शुरू जाएंगे। नर्सिंग और पैरामेडिकल के क्षेत्र में युवाओं के लिए करियर की अच्छी संभावनाएं बताते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया कि मेडिकल कालेज और जिला अस्पतालों में भी इनके प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाए। उन्होंने आपातकालीन एंबुलेंस सेवाओं के संचालन को भी और बेहतर करने पर जोर दिया है।
मुख्यमंत्री ने बुधवार को लोकभवन में आयोजित टीम-9 की बैठक में कहा कि एएनएम (आक्सीलरी नर्सिग मिडवाइफ) और जीएनएम (जनरल नर्सिग मिडवाइफ) के बेहतर प्रशिक्षण के लिए अवस्थापना सुविधाओं का विकास आवश्यक है। इसे देखते हुए पिछले तीन दशकों से बंद पड़े राज्य सरकार के प्रशिक्षण संस्थानों को फिर शुरू करने की कार्ययोजना तैयार की जाए। शुरुआत में नौ जीएनएम ट्रेनिंग स्कूल और 34 एएनएम केंद्रों को चलाया जाए। पर्याप्त व योग्य फैकल्टी की उपलब्धता सुनिश्चित कराते हुए प्रत्येक संस्थान में मानकों का कड़ाई से पालन होना चाहिए।
योगी ने कहा कि 108 और 102 आपातकालीन एंबुलेंस सेवाओं को और बेहतर करने की जरूरत है। इसके लिए मंडलों का क्लस्टर तैयार किया जा सकता है। एंबुलेंस सेवाओं को मजबूत करने के संबंध में भी कार्ययोजना प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश खुले में शौच से मुक्त हो चुका है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत पिछले पांच वर्षों में व्यक्तिगत शौचालयों के साथ-साथ सामुदायिक शौचालय भी बनवाए गए हैं। राज्य सरकार सामुदायिक शौचालयों के रख-रखाव के लिए मासिक धनराशि उपलब्ध कराती है। सभी सामुदायिक शौचालयों में स्वच्छता रहे और इनमें तालाबंदी नहीं रहनी चाहिए।
सीएम का निर्देश, नौ जीएनएम व 34 एएनएम केंद्र से करें शुरुआत
मेडिकल कालेज और जिला अस्पतालों में भी होगा प्रशिक्षण
सड़क सुरक्षा के लिए चलेगा विशेष अभियान
सड़क सुरक्षा के प्रति जनता को जागरूक करने पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि पुलिस, परिवहन, नगर विकास, बेसिक शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा, प्राविधिक शिक्षा आदि विभाग समन्वय के साथ जागरूकता अभियान की कार्ययोजना बनाएं। स्कूली बसों की फिटनेस, यातायात नियमों के पालन आदि के संबंध में जनसहभागिता के साथ विशेष अभियान शुरू करने की तैयारी करें।
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