Daily Current Affairs | 2nd May Current Affairs 2022
1). हाल ही में “अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस” कब मनाया गया है ?
उत्तर – 01 मई
2). हाल ही में कहाँ 8000 करोड़ रुपए की 12 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का उद्घाटन किया गया है ?
उत्तर – हैदराबाद
3). हाल ही में राष्ट्रीय स्तर का लॉजिस्टिक्स सेमिनार “लॉजिसेम वायु 2022” किसने आयोजित किया है ?
उत्तर – IAF
4). हाल ही में बीमार और घायल गायों के लिए एक एम्बुलेंस सेवा का उद्घाटन कहाँ किया गया है ?
उत्तर – डिब्रूगढ़
5). सेमिकॉन इंडिया सम्मेलन 2022 का उद्घाटन किसने किया है ?
उत्तर – नरेंद्र मोदी
6). हाल ही क्वाड लीडर्स शिखर सम्मेलन 2022 का आयोजन कहाँ होगा ?
उत्तर – टोक्यो
7). हाल ही में “प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना” के तहत 100 प्रतिशत परिवारों को शामिल करने वाला भारत का पहला जिला कौन सा बना है ?
उत्तर – सांबा जिला
8). हाल ही में किस भारतीय ने व्हिटली गोल्ड अवॉर्ड 2022 जीता है ?
उत्तर – चारुदत्त मिश्र
9). हाल ही में मोटे अनाज से संचालित देश का पहला एथेनॉल संयंत्र का उद्घाटन कहाँ किया गया ?
उत्तर – पूर्णिया, बिहार
10). हाल ही में “MSME सतत प्रमाणन योजना” का शुभारंभ किसने किया है?
उत्तर – नारायण राणे
अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस 2022
प्रतिवर्ष 1 मई को अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस मनाया जाता है। यह दिवस नए समाज के निर्माण में श्रमिक और श्रमिकों के योगदान के रूप में मनाया जाता है। अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस की शुरुआत 1 मई 1886 से हुई है। 1886 में अमेरिकी मजदूर संघों द्वारा यह निश्चय किया गया की वे 8 घंटे से अधिक काम नहीं करेंगे, अपनी मांग के समर्थन में उन्होंने हड़ताल शुरू कर दी थी। इस हड़ताल के दौरान शिकागो के हेमामार्केट में एक बम विस्फोट हुआ, जिसमें 100 से अधिक लोग घायल हुए थे।
इस घटना की प्रतिक्रिया में पुलिस द्वारा जवाबी कार्यवाही में मजदूर पर गोली चला दी गई और इसमें कई मजदूरों की मौत हो गई थी। इसके बाद 1889 में अंतर्राष्ट्रीय समाजवादी सम्मेलन में हेमामार्केट हत्याकांड में मारे गए निर्दोष श्रमिकों की याद में 1 मई को अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस के रूप में मनाने का निर्णय किया गया। तभी से दुनियाभर में यह दिवस आयोजित किया जाता है।
भारत में मजदूर दिवस कामकाजी लोगों के सम्मान में मनाया जाता है। भारत में लेबर किसान पार्टी ऑफ हिंदुस्तान द्वारा 1 मई 1923 को मद्रास में इसकी शुरुआत की गई। हालांकि उस समय इसे मद्रास दिवस के रूप में जाना जाता था।
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