Agnipath Scheme Agniveer Recruitment 2022 : अग्निवीरों की भर्ती के लिए 773 जिलों में अभियान चलाएगी सेना, होगी 40000 सैनिकों की होगी भर्ती
Agnipath Scheme Agniveer Recruitment 2022 : अग्निपथ योजना की घोषणा के एक दिन बाद भारतीय सेना ने बुधवार को कहा कि वह आने वाले महीनों में 40,000 सैनिकों की भर्ती करेगी। उप थल सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल बीएस राजू ने कहा कि 180 दिनों में 25,000 अग्निवीरों की भर्ती होगी। बाकी 15,000 की भर्ती प्रक्रिया एक महीने बाद शुरू होगी। भर्ती अभियान देश के सभी 773 जिलों में चलाया जाएगा।
लेफ्टिनेंट जनरल राजू ने कहा कि रक्षा मंत्री के पास परिचालन आवश्यकताओं के अनुसार जरूरी परिवर्तन करने का अधिकार है।'अग्निपथ' योजना को देश के सामने आने वाली भावी सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए ज्यादा फिट और युवा सैनिकों की भर्ती की खातिर दशकों पुरानी चयन प्रक्रिया में एक बड़े बदलाव के रूप में देखा जा रहा है। भर्ती 'अखिल भारत, अखिल वर्ग' आधार पर होगी, जो कुछ रेजिमेंट की संरचना को बदलने के लिए निर्धारित है।
नौसेना 3000 की भर्ती करेगी
नौसेना अग्निपथ योजना के तहत इस साल 3,000 अग्निवीरों की भर्ती करेगी। पश्चिमी नौसेना के कमांडर-इन-चीफ वाइस एडमिरल अजेंद्र बहादुर सिंह ने कहा कि स्वीकृत संख्या के आधार पर उम्मीदवारों की संख्या बढ़ाई जाएगी। योजना नई है और हमें खुद को इसके अनुकूल बनाना होगा। वायुसेना 3,500 की भर्ती करेगी। यह पहले वर्ष की संख्या है। सिंह ने उम्मीद जताई कि कार्मिकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।
अग्निवीर बेहतर इंसान बनेंगे : एयर मार्शल सिंह
गांधीनगर/चेन्नई। वायुसेना के एक शीर्ष अधिकारी ने बुधवार को कहा कि अग्निवीर चार साल की सेवा के बाद आत्मविश्वास से लबरेज और कहीं अधिक बेहतर इंसान होंगे। दक्षिण-पश्चिम वायुसेना कमान के प्रमुख (एयर ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ) एयर मार्शल विक्रम सिंह ने कहा कि वायुसेना प्रमुख ने महिलाओं को भी शामिल करने की सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। उन्होंने कहा हम जितने अच्छे इंसान को लाएंगे, उससे कहीं बेहतर इंसान समाज को लौटाएंगे।
आकांक्षाओं को पूरी करेगा
दक्षिण भारत एरिया के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल ए. अरुण ने कहा कि अग्निपथ योजना सशस्त्र बलों में अल्प अवधि के लिए युवाओं की आकांक्षाओं को पूरा करेगी। समाज और प्रौद्योगिकी में अभूतपूर्व परिवर्तनों को ध्यान में रखते हुए और संगठन को भविष्य के लिए तैयार रखने के मकसद से यह योजना बनाई गई है।
राष्ट्र के लिए परिवर्तनकारी सुधार
उत्तरी थल सेना कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने बुधवार को कहा कि अग्निपथ योजना सशस्त्र बलों और राष्ट्र के लिए एक परिवर्तनकारी सुधार है। साथ ही, इसका लक्ष्य सेना के मानव संसाधन प्रबंधन में भारी बदलाव लाना है।
सशस्त्र बलों में सेवा कर सकेंगे
सेना की दक्षिण पश्चिम कमान के कमांडिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल अमरदीप सिंह भिंडर ने बुधवार को कहा कि अग्निपथ योजना के अधीन देशभक्ति से ओतप्रोत युवा चार वर्ष की अवधि के लिए सशस्त्र बलों में सेवा कर सकेंगे। यह सशस्त्र बलों के युवा स्वरूप को सुदृढ करेगा। लेफ्टिनेंट जनरल भिंडर यह भी कहा कि रक्षा प्रतिष्ठान अनिवार्य सैन्य कर्तव्य की व्यवस्था पर विचार नहीं रहा है।
गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं
एअर मार्शल मानवेंद्र सिंह ने बुधवार को कहा कि अग्निपथ योजना के तहत चार साल के लिए 'युवा अग्निवीरों' की भर्ती करते समय कैडेट की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं करेंगे। एअर मार्शल ने कहा कि तेजी से बदलती दुनिया में चीजों को करने का सिर्फ एक तरीका नहीं हो सकता है।
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