दिल्ली हाई कोर्ट ने सेंट स्टीफंस कॉलेज में इंटरव्यू लेने के फैसले के लिए जारी किया PIL
दिल्ली हाई कोर्ट ने दिल्ली यूनिवर्सिटी (DU) के सेंट स्टीफंस कॉलेज और इसके एडमिशन क्राइटेरिया को चुनौती देने वाली एक जनहित याचिका (PIL) जारी की है।बता दें, क्रिश्चियन माइनॉरिटी कॉलेज सेंट स्टीफंस अनारक्षित सीटों (unreserved seats) पर इंटरव्यू राउंड के माध्यम से दाखिला लेना चाहता है। वहीं सेंट स्टीफंस के एडमिशन क्राइटेरिया का रिव्यू करने के लिए जनहित याचिका दायर की गई है।
वहीं दूसरी ओर दिल्ली यूनिवर्सिटी ने कई बार सेंट्रल यूनिवर्सिटी कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (CUET) स्कोर के आधार पर प्रवेश आयोजित करने के लिए कॉलेज को चेतावनी दी है न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, एक्टिंग चीफ जस्टिस विपिन सांघी और जस्टिस सचिन दत्ता की डिवीजन बेंच ने सेंट स्टीफंस कॉलेज को कानून की छात्रा कोनिका पोद्दार की ओर से दायर जनहित याचिका में नोटिस जारी किया है।
दिल्ली हाई कोर्ट ने एक जून को जनहित याचिका दायर की थी। डीयू और सेंट स्टीफंस में 2022 से 2023 के शैक्षणिक सत्र की प्रवेश प्रक्रिया को लेकर काफी समय से खींचतान चल रही है। कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET) स्कोर का उपयोग करके अनारक्षित सीटों के लिए एडमिशन लेने के लिए डीयू के अनुरोध और चेतावनी के बावजूद, कॉलेज ने इंटरव्यू जारी रखने का फैसला किया।
यह मुद्दा तब और बढ़ गया जब सेंट स्टीफंस ने 2022-23 में प्रवेश के लिए अपना प्रॉस्पेक्टस जारी किया और कहा कि यह 85 से 15 के अनुपात के आधार पर सभी कैटेगरी के लिए प्रवेश आयोजित करेगा, जिसमें 15 प्रतिशत वेटेज इंटरव्यू और 85 प्रतिशत CUET स्कोर को दिया जाएगा।नोटिस के अनुसार, सेंट स्टीफंस कॉलेज, दिल्ली यूनिवर्सिटी और यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन (UGC) को अपना जवाब दाखिल करने के लिए चार सप्ताह का समय दिया गया है।इस मुद्दे को 6 जुलाई, 2022 को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया गया है। एएनआई के अनुसार, एडवोकेट आकाश वाजपेयी द्वारा दायर याचिका में कहा गया है कि जब इंटरव्यू लिया जाता है और व्यक्तिपरक संतुष्टि (subjective satisfaction) के लिए अंक छोड़े जाते हैं, तो यह चयन समिति द्वारा भेदभाव और हेरफेर को बढ़ावा देता है।
जनहित याचिका में कहा गया है कि डीयू की नीति के अनुसार सेंट स्टीफंस जैसे अल्पसंख्यक कॉलेजों में जनरल कैटेगरी की सीटों के लिए यूजी दाखिले के लिए CUET 2022 में प्राप्त अंकों के आधार पर ही एडमिशन दिया जा सकता है। जबकि आरक्षित सीटों पर प्रवेश के लिए इंटरव्यू को 15 फीसदी और CUET में प्राप्त अंकों को 85 फीसदी वेटेज दिया जा सकता है।
डीयू में अंडरग्रेजुएट कोर्सेज के लिए दाखिले आम तौर पर कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर होते हैं। हालांकि, पिछले कुछ सालों में कुछ कॉलेजों में दाखिले के लिए कट-ऑफ 100 फीसदी तक पहुंच गई है। जिसके बाद CUET 2022 की घोषणा गई और एक समिति का गठन किया गया था और समिति ने कहा था कि DU प्रवेश 2022 CUET के माध्यम से किया जा सकता है।
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