सहायक अध्यापक भर्ती : कोरम के अभाव में फंसी शिक्षकों के 4163 पदों पर भर्ती, सदस्यों के सभी पद 10 माह से रिक्त
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड में सदस्यों के सभी 10 पद पांच माह से खाली पड़े हैं और कोरम के अभाव में सहायक अध्यापक (टीजीटी) एवं प्रवक्ता (पीजीटी) के 4163 पदों पर भर्ती फंसी हुई है। भर्ती के लिए आवेदन करने वाले 14 लाख अभ्यर्थियों को परीक्षा तिथि घोषित होने का इंतजार है।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड में एक अध्यक्ष और दस सदस्य होते हैं। अध्यक्ष का कार्यकाल पांच वर्ष और सदस्यों का कार्यकाल दो वर्ष को होता है। आठ अप्रैल 2022 से पहले बोर्ड में केवल पांच सदस्य थे। आठ अप्रैल को पांचों सदस्यों का कार्यकाल एक साथ पूरा हो गया। बोर्ड में अब कोई सदस्य नहीं है और इसी वजह से टीजीटी-पीजीटी 2022 की भर्ती प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ पा रही है।
टीजीटी-पीजीटी 2022 की आवेदन प्रक्रिया मार्च में शुरू हुई थी। आवेदन की तिथि कई बार बढ़ी और 16 जून तक आवेदन लिए गए। शिक्षक भर्ती के लिए तकरीबन 14 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किए हैं। टीजीटी के 3313 पदों के लिए तकरीबन आठ लाख अभ्यर्थियों और पीजीटी के 850 पदों के लिए साढ़े चार लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने आवेदन किए हैं।
बोर्ड के वर्तमान अध्यक्ष का कार्यकाल आठ अप्रैल 2023 को पूरा होगा, लेकिन बोर्ड में कोई सदस्य न होने के कारण कोरम का अभाव बना हुआ है। इसी वजह से बोर्ड की बैठक नहीं हो पा रही है। परीक्षा तिथि तभी घोषित की जा सकेगी, जब बोर्ड की बैठक में निर्णय लिया जाएगा। ऐसे में 14 लाख अभ्यर्थियों के नए सदस्यों की नियुक्ति प्रक्रिया पूरी होने तक परीक्षा तिथि का इंतजार करना होगा।
वहीं, कुछ दिनों पहले प्रतियोगी मोर्चा के सदस्यों ने परीक्षा तिथि को लेकर बोर्ड अध्यक्ष को ज्ञापन भी सौंपा था, तब उन्होंने आश्वासन दिया था कि परीक्षा तिथि के बारे में परीक्षा के आयोजन से 60 दिन पूर्व जानकारी दे दी जाएगी। प्रतियोगी मोर्चा के अध्यक्ष विक्की खान का कहना है कि सरकार अति शीघ्र बोर्ड के सदस्यों की नियुक्ति करे, ताकि बोर्ड का संचालन सुचारु रूप से हो सके और सही समय पर परीक्षा कराई जा सके।
एक माह में मिल सकते हैं नए सदस्य
चयन बोर्ड को एक माह के भीतर नए सदस्य मिल सकते हैं। सदस्यों के दो पद अपर शिक्षा निदेशक स्तर के अधिकारियों के लिए आरक्षित होते हैं, जबकि आठ पदों के लिए एडेड माध्यमिक विद्यालयों में दस वर्ष तक प्रधानाचार्य का अनुभव रखने वाले और डिग्री कॉलेजों में दस वर्ष तक एसोसिएट प्रोफेसर या प्रोफेसर का अनुभव रखने वाले अभ्यर्थी आवेदन कर सकते हैं। इन आठ पदों के लिए तकरीबन 850 आवेदन आए हैं।
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