अग्निपथ योजना भर्ती में कई जनपदों से रिकॉर्ड अभ्यर्थी, चार साल की नौकरी से नहीं परहेज, बस कैसे भी मिले सेना की वर्दी
वीर तुम बढ़े चलो, धीर तुम बढ़े चलो,
ध्वज कभी झुके नहीं, दल कभी रुके नहीं।
आगरा के प्रखर कवि द्वारिका प्रसाद माहेश्वरी के 'प्रयाण' गीत की यह पंक्तियां उन युवाओं पर प्रभावी हैं जो 'अग्निवीर' बनकर देश-सेवा का भाव रखते हैं। केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना अभी सौ दिन की भी नहीं हुई, मगर भर्ती रैलियों में उमड़ता युवाओं का सैलाब उजली तस्वीर सामने लाया है। यूपी के 76 जिलों से लगभग आठ लाख युवाओं ने 'अग्निवीर' के लिए आवेदन किए हैं, जो पिछली भर्तियों की तुलना में 30 फीसदी से ज्यादा हैं।
आगरा-मथुरा राजमार्ग पर कीठम स्थित आनंद इंजीनियरिंग कॉलेज के अंदर और बाहर का नजारा उत्साह-उल्लास की नई इबारत बयां कर रहा है। सेना भर्ती कार्यालय आगरा की देखरेख में यहां 20 सितंबर से अगले दस अक्तूबर तक 12 जनपदों के पौने दो लाख से अधिक युवा देश-सेवा के लिए अपना भाग्य आजमाएंगे। कमोवेश यही स्थिति मुजफ्फरनगर के स्पोर्ट्स स्टेडियम की है। यहां भी इसी अवधि में मेरठ भर्ती कार्यालय 13 जनपदों के लगभग 1.65 लाख युवाओं की शारीरिक-मानसिक परीक्षा लेगा। इस बार आगरा में लगभग 29 फीसदी और मेरठ में 32 फीसदी अधिक आवेदन हैं।
केंद्र सरकार ने इसी साल 16 जून को जब अग्निपथ योजना लांच की थी, तब देश-प्रदेश के कई हिस्सों में युवाओं का गुस्सा खुलकर सामने आया था। आगजनी-पथराव और बवाल के बीच युवाओं के एक वर्ग ने योजना को खारिज कर दिया था। इसी क्रम में मंगलवार को 'हिन्दुस्तान टीम' ने दोनों स्थानों पर सैकड़ों युवाओं का मन टटोला। मुजफ्फरनगर का विनीत भाटी हो या कासगंज का कमलकांत उन्हें कहने में संकोच नहीं- 'चार साल की मिले या चार महीने की, बस कैसे भी नौकरी चाहिए। चार साल की नौकरी से मिली दिशा से भविष्य की राह आसान हो जाएगी।' यही कारण रहा कि सोमवार रात 12 बजे ही भर्ती कार्यालयों पर युवाओं की लंबी कतारें थीं। आवास-भोजन की परवाह किए बिना रतजगा जारी रहा। हालांकि अंतिम भर्ती मौके वाले युवाओं में गुस्सा है। बकौल आलोक सिंह- 'आर्मी के लिए सालों पसीना बहाया पर एक मिनट की चूक से सब बर्बाद हो गया।'
इस साल 52 हजार से अधिक अग्निवीर
वर्ष 2018-19 में थल सेना में 53431, नौसेना में 5885 और वायु सेना में 6862 सैनिकों की भर्ती हुई जबकि 2019-20 में थल सेना में 80572, नौ सेना में 6068 और वायु सेना में 7222 सैनिकों की भर्ती हुई, लेकिन इसके बाद 2020-21 से देश भर में थल सैनिकों की भर्ती नहीं हो पाई। इस साल 46 हजार थलसेना, साढ़े तीन हजार वायुसेना और तीन हजार नेवी अग्निवीरों की भर्ती प्रस्तावित है।
उम्र की छूट ने भी बढ़ाए अभ्यर्थी
'अग्निवीर' के लिए युवाओं को इस बार दो साल की विशेष छूट है। 23 साल तक के युवा अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। सैन्य अफसरों का मानना है कि भर्ती प्रक्रिया न होने के कारण भी इस बार अभ्यर्थियों का ग्राफ बढ़ा है। वायुसेना ने अपने ट्वीट में बताया कि उसे अग्निवीर योजना में कुल 7,49,899 आवेदन मिले, जो पिछले अधिकतम आवेदन 6,31,528 की तुलना में कहीं अधिक हैं।
यूपी में आठ लाख से अधिक युवा आजमा रहे किस्मत
भर्ती बोर्ड दिनांक भर्तीस्थल जिले अभ्यर्थी
आगरा (जारी) 20/09 से 10/10 आगरा 12 175218
मेरठ (जारी) 20/09 से 10/10 मुजफ्फरनगर 13 164143
लखनऊ 20/10 से 10/11 कानपुर 12 95413
वाराणसी 16/11 से 10/10 वाराणसी 13 143286
अमेठी 16/11 से 06/12 अयोध्या 13 105137
लखनऊ (महिला) 30/11 से 10/12 लखनऊ 88 ---------
बरेली (हो चुकी) 01/07 से 30/07 फतेहगढ़ 12 113041
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