UP Polytechnic Admission: सरकारी पालीटेक्निक संस्थानों में प्रवेश पाने का आखिरी मौका, यहां पढ़ें पूरी डिटेल
संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद के प्रयास के बावजूद प्राइवेट पालीटेक्निक संस्थानों की छोड़िए, सरकारी संस्थानों में भी सीटें खाली हैं। सीटें रिक्त होने की वजह से नए आवेदन मांगे गए थे जिसमें मात्र 25 हजार अभ्यर्थियों ने ही आवेदन किया है। जबकि सरकारी में करीब 10 हजार और प्राइवेट में 1.4 लाख सीटें खाली हैं। 30 अक्टूबर तक प्रवेश प्रक्रिया पूरी करने की चुनौती भी है।
संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद के कार्यकारी सचिव राम रतन ने बताया कि प्रवेश प्रक्रिया चल रही है। रिक्त सीटों को भरने के लिए जरूरी हुआ तो अंतिम तिथि बढ़ाई जाएगी। 30 अक्टूबर तक प्रवेश पूरे होने की उम्मीद है। अयोध्या रोड के राजकीय पालीटेक्निक के प्रधानाचार्य आरके वर्मा ने बताया कि एक, दो और तीन वर्षीय डप्लोमा की सीटें खाली हैं। jeecuphelp@gmail.com और jeecup.admissions.nic.in और jeecup.nic.in पर आनलाइन जानकारी व आवेदन किया जा सकता है।
करीब दो लाख विद्यार्थियों ने दी थी परीक्षाः इस वर्ष परीक्षा के लिए 3,02,066 ने पंजीयन कराया था और उनमे से 1,87,640 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए। इनमे से 1,74,770 पास हुए हैं। सभी सरकारी, सहायता प्राप्त और निजी संस्थानों में प्रवेश के लिए कुल सीटें 2,28,527 हैं। आठ चरण पूरे होने के बावजूद 80 प्रतिशत प्राइवेट और 30 प्रतिशत सरकारी व सहायता प्राप्त संस्थानों में सीटें अभी खाली हैं। कृष्णानगर के लखनऊ पालीटेक्निक के प्रधानाचार्य राजेंद्र सिंह ने बताया कि 52 सीटें रिक्त हैं जिनमे से काउंसिलिंग हो चुकी है। 30 अक्टूबर तक प्रवेश पूरा करने की चुनौती भी संस्थानों के सामने है। मोहान रोड के गोविंद बल्लभ पंत राजकीय पालीटेक्निक के प्रधानाचार्य केके श्रीवास्तव ने बताया कि 98 प्रतिशत सीटें भर गई हैं। बाकी पर काउंसिलिंग चल रही है।
देरी से काउंसिलिंग का रहा असरः इस बार प्रवेश की काउंसिलिंग लेट होने के चलते विद्यार्थियों में प्रवेश को लेकर दिलचस्पी समाप्त हो गई और कई ने कहीं और प्रवेश ले लिया। रही सही कसर निजी संस्थानों में प्रवेश को लेकर नई गाइड लाइन और शुल्क प्रतिपूर्ति का असर भी प्रवेश पर पड़ रहा है।
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