MBA डिग्री के बराबर नहीं होते सभी PG डिप्लोमा कोर्स, एक्सपर्ट ने बताया पता करने का तरीका
क्या पीजी डिप्लोमा इन मैनेजमेंट कोर्स, एमबीए के बराबर अहमित रखता है? मैनेजमेंट में लंबी पढ़ाई के लिए कौन सा कोर्स करना चाहिए? करियर एक्सपर्ट ने इस सवाल का जवाब देते हुए कहा कि छात्रों के एक बड़े वर्ग को मैनेजमेंट में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा और एमबीए पाठ्यक्रमों को लेकर संशय है। चूंकि पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा और एमबीए दोनों पाठ्यक्रमों की अवधि 2 वर्ष है, ऐसे में इसमें संशय हो जाना स्वाभाविक है। दरअसल भारत में मैनेजमेंट में पोस्ट ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों को संचालित करने का एकाधिकार वर्तमान में भारत सरकार की संस्था ऑल इंडिया काउन्सिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन यानी एआईसीटीई को है और कोई भी संस्थान इस स्तर का डिग्री या डिप्लोमा कोर्स बगैर एआईसीटीई की अनुमति के नहीं चला सकती। परन्तु एआईसीटीई से अनुमोदित होने के बावजूद सभी पीजी डिप्लोमा कोर्स एमबीए डिग्री के समकक्ष नहीं होते। इसकी जांच आप एक साधारण प्रयोग से कर सकते हैं।
एक्सपर्ट के मुताबिक जब भी आप किसी मैनेजमेंट संस्थान में किसी पीजी डिप्लोमा में दाखिला लेने जाएं, तो इस बात को सुनिश्चित कर लें कि क्या उस पीजी डिप्लोमा के आधार पर आपको पीएचडी कोर्स में दाखिला मिल जाएगा? स्पष्ट हो कि केवल पीजी डिग्री के ही आधार पर पीएचडी में दाखिला मिल सकता है, पीजी डिप्लोमा के आधार पर नहीं। साथ ही, यह भी जानकारी प्राप्त कर लें कि आपकी एमबीए डिग्री किस विश्वविद्यालय द्वारा प्रदान की जाएगी। उपरोक्त प्रयोग कर आप अपने लिए एक सही पाठ्यक्रम चुन सकते हैं।
जूलॉजी बेहतर होगा या बॉटनी
प्रश्न - अगले वर्ष बायो से 10+2 की पढ़ाई पूरी होगी। करियर की दृष्टि से आगे जूलॉजी बेहतर होगा या बॉटनी? उक्त दोनों क्षेत्रों में उपलब्ध सरकारी सेवा की भी जानकारी देने का कष्ट करें। - राजेंद्र सिंह
उत्तर - बायो के छात्र होने के कारण आपको शायद यह स्पष्ट ही होगा कि बॉटनी यानी वनस्पति विज्ञान मूलत पेड़ पौधों का अध्ययन है, जबकि जूलॉजी यानी जीव विज्ञान के अंतर्गत हम जीव-जंतुओं के बारे में अध्ययन व शोध करते हैं। बायो विषय से ग्रेजुएशन करने वाले छात्र अक्सर इनमें किसी एक विषय को मुख्य विषय के रूप में चुनते हैं, हांलाकि अपने पाठ्यक्रम के दौरान आपको कई विषय एक-दूसरे से संयुक्त होते हुए दिखाई देंगे। आप अपनी रुचि के अनुसार उपरोक्त दोनों में किसी एक विषय को चुन सकते हैं। जहां तक सरकारी नौकरी का प्रश्न है, आप उन तमाम प्रतियोगी परीक्षाओं में बैठ सकते हैं, जिसके लिए स्नातक एक आवश्यक शैक्षणिक योग्यता है।
इसके अतिरिक्त भारत सरकार की दो महत्वपूर्ण संस्थाओं - जूलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया व बॉटैनिकल सर्वे ऑफ इंडिया की वेबसाइट पर नजर बनाए रखें। उक्त दोनों संस्थाओं में आपके क्षेत्र में विशेष रिक्तियां प्रकाशित होती रहती हैं। एक अन्य विकल्प के तौर पर, बाजार में अच्छे बायो टीचर्स की भारी मांग है और मेडिकल कोचिंग से जुड़कर आप प्रोफेशनल तौर पर सफल हो सकते हैं। टीचिंग में बीएड के बाद स्कूल टीचिंग और पोस्ट ग्रेजुएशन व यूजीसी नेट के बाद कॉलेज टीचिंग का विकल्प भी बायो के छात्रों के एक बड़े वर्ग को अपनी ओर खींच रहा है।
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