नेशनल पेंशन स्कीम में सरकार कर सकती है बड़ा बदलाव , old pension के कुछ प्रावधान हो सकते हैं शामिल
नेशनल पेंशन स्कीम में बदलाव पर सरकार विचार कर रही है। सीएनबीसी आवाज़ को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सरकार पुरानी पेंशन स्कीम (Old Pension Scheme) के कुछ प्रावधानों को इसमें शामिल करने पर विचार कर रही है। बता दें कि नई पेंशन स्कीम को हिमाचल में हार की एक बड़ी वजह माना जा रहा है। राजस्थान, छत्तीसगढ़, झारखंड, पंजाब में पुरानी स्कीम को शुरू करने का फैसला लिया है।
सीएनबीसी -आवाज के चीफ इकोनॉमिस्ट लक्ष्मण रॉय ने कहा कि सूत्रों के मुताबिक पुरानी पेंशन स्कीम के तर्ज पर नई पेंशन स्कीम में रकम तय करने पर विचार हो रहा है। पुरानी पेंशन स्कीम में रिटायरमेंट के बाद अंतिम सैलरी का 50 फीसदी पेंशन मिलती है। पेंशन स्कीम में बदलाव का भारी राजनैतिक दबाव सरकार पर है। न्यू पेंशन स्कीम के बजाय सरकारी कर्मचारी ओल्ड पेंशन स्कीम (Old Pension Scheme) को बहाल करने की मांग पर वर्षों से अड़े हुए हैं। दरअसल इन कर्मचारियों का मानना है कि ओल्ड पेंशन स्कीम, एनपीएस से ज्यादा बेहतर है।
मोदी सरकार नेशनल पेंशन स्कीम में बदलाव करने पर विचार कर रही है क्या है पूरी खबर बता रहे हैं @RoyLakshman |#NationalPensionScheme #Modi #ModiGovt pic.twitter.com/HXnZdGsscn
— CNBC-AWAAZ (@CNBC_Awaaz) December 13, 2022
बता दें कि जनवरी 2004 में न्यू पेंशन स्कीम के लागू होने के बाद Old Pension Scheme को खत्म कर दिया गया था। ओल्ड पेंशन स्कीम के तहत जब कर्मचारी रिटायर होता था तो उसे अंतिम सैलरी की 50 फीसदी राशि का भुगतान पेंशन के तौर पर किया जाता था। पुरानी पेंशन व्यवस्था या ओपीएस सरकारी कर्मचारियों को ज्यादा भरोसा और सुरक्षा प्रदान करती है क्योंकि इसमें सरकार की ओर से तय लाभ दिया जाता है। लेकिन 2004 में तत्कालीन यूपीए सरकार ने ओपीएस को यह कहकर बंद कर दिया था कि इससे सरकार के खजाने पर बहुत बोझ बढ़ता है. इसलिए सरकार ने अपना जोखिम कर्मचारियों पर डाल दिया।
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