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मंगलवार, 13 फ़रवरी 2024

Interesting Facts: दुनिया का इकलौता ऐसा देश जो है 'नो कैपिटल कंट्री', घूमने के लिए भी है नंबर 1



 Interesting Facts: दुनिया का इकलौता ऐसा देश जो है 'नो कैपिटल कंट्री', घूमने के लिए भी है नंबर 1


No Capital Country: दुनिया में मौजूद हर देश की अपनी एक राजधानी होती है. राजधानी शहर एक देश या प्रांत का प्रमुख शहर होता है, जहां संबंधित सरकार के महत्वपूर्ण कार्यालय, ऑफिस और सम्मेलन-ठिकाने स्थित होते हैं. राजधानी शहर को किसी भी देश की धड़कन कहा जा सकता है, जहां से पूरे देश को संचालित किया जाता है, लेकिन क्या आपने कभी बिना राजधानी वाले देश के बारे में सुना है? आज इस आर्टिकल में हम आपको बिना राजधानी वाले उस देश के बारे में बता रहे हैं, जो दुनिया काइकलौता ऐसा देश है.

इस देश की नहीं है कोई राजधानी

हम बात कर रहे हैं दुनिया के सबसे छोटे देशों में से एक नाउरू के बारे में. माइक्रोनेशिया दक्षिण प्रशांत महासागर में स्थित इस देश को नॉरू के नाम से भी जाना जाता है. आपको जानकर हैरानी होगी कि वेटिकन सिटी से भी बड़े इस देश की कोई आधिकारिक राजधानी नहीं है. इस देश के सभी प्रशासनिक और सरकारी कामकाज येरेन शहर के जरिए संचालित किए जाते हैं.
'प्लेजेंट आइलैंड'
यह छोटे-बड़े द्वीपों से मिलकर बना है, जो विश्व का सबसे छोटा द्वीपीय देश भी कहलाता है. मध्य प्रशांत में स्थित नाउरू दुनिया का सबसे छोटा गणराज्य है. कहा जाता है कि यहां सबसे पहले आने वाले यूरोपियन टूरिस्टों ने इसे 'प्लेजेंट आइलैंड' नाम दिया था.

फॉस्फेट की खदानें
नाउरू विश्व का सबसे छोटा स्वतंत्र गणराज्य है, जो ऑस्ट्रेलिया से लगभग 3,000 किमी उत्तर-पूर्व में और 21 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है. यहां साल 1907 से फॉस्फेट का खनन किया जा रहा है, जो आय का मुख्य जरिया हुआ करता था, लेकिन ज्यादा माइनिंग होने के कारण मुख्य फॉस्फेट खदानें 1980 के दशक में बंद हो गईं. हालांकि, साल 2005 में फॉस्फेट खनन और निर्यात एक बार फिर शुरू हुआ. हालांकि, एक शताब्दी से ज्यादा समय तक फॉस्फेट स्ट्रिप खनन के कारण यहां का परिदृश्य तबाह हो गया है.


भारत के एक छोटे गांव से भी कम है इस देश की आबादी
जानकारी खंगालने पर पता चलता है कि आज से करीब 3,000 साल पहले माइक्रोनेशिया और पॉलिनेशियन द्वारा नाउरू को बसाया गया था. आज के समय के मुकाबले इसकी आबादी बेहद कम है. साल 2018  की जनगणना के मुताबिक यहां की जनसंख्या महज 11,000 हैं. यहां की आबादी की इनकम सबसे बड़ा जरिया टूरिज्म ही है. हालांकि, बहुत सारे लोगों को अब भी इस शांत और खूबसूरत आइलैंड के बारे में नहीं पता है, जिसके कारण यहां घूमने जाने वालों की संख्या बहुत ज्यादा नहीं है.

सुखी जीवन जीते हैं नाउरून
दुनिया के आपाधापी से दूर यहां के निवासी बहुत ही शांति और सुख से अपना जीवन जीते हैं. इस देश के लोग नारियल का उत्पादन करके अपना जीवन यापन करते हैं. नाउरू की करेंसी ऑस्ट्रेलियाई डॉलर है. नाउरू की आबादी ज्यादा नहीं है, लेकिन यह देश ओलंपिक और राष्टमंडल खेलों में हिस्सा लेता है. इस देश के निवासियों को नाउरून कहलाते है. आपको जानकर हैरानी होगी कि यह देश अपने नागरिकों से टैक्स नहीं वसूलता.

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