REET : रीट प्रमाण पत्र की वैधता बढ़ाने के लिए सोशल मीडिया पर आंदोलन तेज, जानें क्या कह रहे हैं अभ्यर्थी
तीन साल से रीट ( REET ) एग्जाम न होने के चलते 2.53 लाख रीट प्रमाण पत्रों की वैधता खत्म हो गई है। रीट 2018 के प्रमाण पत्रों की वैधता 31 जुलाई 2021 को खत्म हो गई। अब रीट 2018 के अभ्यर्थियों ने अपने प्रमाणपत्रो की वैधता बढ़वाने के लिए सोशल मीडिया पर आंदोलन छेड़ दिया है। अभ्यर्थी हैश टैग #REET_2017_प्रमाण_पत्र_वैधता_बढ़ाओ_गहलोतजी के साथ लगातार ट्वीट कर रहे हैं। अभ्यर्थियों का कहना है कि उन्होंने 2018 में रीट परीक्षा दी थी। 31 जुलाई को उनके प्रमाणपत्रों की वैधता खत्म हो गई।
सरकारी की लेटलतीफी के चलते परीक्षा लेट हुई। जो परीक्षा 2019 में होनी थी वो अभी तक नहीं हो पाई है। ऐसे में सरकार को 2017 के रीट प्रमाणपत्र की वैधता बढ़ानी चाहिए। रीट अब 26 सितंबर को होना है। लेकिन इससे पहले पांच बार सरकार रीट परीक्षा की तारीख की घोषणा कर चुकी है। कभी ढिलाई, कभी कोरोना तो कभी ईडब्ल्यूएस के चलते परीक्षा में देरी हुई।
#REET_2017_प्रमाण_पत्र_वैधता_बढ़ाओ_गहलोतजी nyay do hume govt https://t.co/VoBOeIUNcx
— Jyoti verma (@Jyoti60509095) August 4, 2021
#REET_2017_प्रमाण_पत्र_वैधता_बढ़ाओ_गहलोतजी
— KritiKa Kumari🔄 (@KartikK68658365) August 4, 2021
जबकि रीट 2017 में 124 नम्बर यानी 82.66% अंक लाने वाला घर पर बैठा है
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