तीन-चौथाई भारतीयों ने माना, देश में सुधरा शिक्षा का स्तर
भारत के लगभग तीन-चौथाई युवाओं को लगता है कि देश में शिक्षा के स्तर में पहले से काफी सुधार आया है। 20 नवंबर को विश्व बाल दिवस से पहले गुरुवार को जारी यूनिसेफ और गैलप का हालिया सर्वे तो कुछ यही बयां करता है।
सफलता में सबसे बड़ा योगदान
- 15 से 24 साल के 57% भारतीय सफलता में शिक्षा की भूमिका सबसे अहम मानते हैं
- 45% के करीब है यह आंकड़ा 40 साल से अधिक आयु वर्ग में, यूनिसेफ के मुताबिक
- पहले से बेहतर हुई गुणवत्ता
- 73% भारतीय युवाओं ने देश में शिक्षा की गुणवत्ता में पहले से सुधार आने की बात कही
- 78% महिलाओं, 72% पुरुषों को लगता है शिक्षा का स्तर माता-पिता के समय से बेहतर
तकनीक ने बदली तस्वीर
- 67% लड़कियों, 59% लड़कों की राय में डिजिटल प्रौद्योगिकी ने शिक्षा की तस्वीर बदली
- 71% को यकीन, बच्चों की माली स्थिति उनके माता-पिता की तुलना में कहीं बेहतर होगी
- इंटरनेट ने जागरूक बनाया
- 57% भारतीय किशोरों और युवाओं ने इंटरनेट का रोजाना इस्तेमाल करने की बात स्वीकारी
- 55% ने जलवायु परिवर्तन के बारे में सुन रखा है, अधिक उम्र के लोगों में 42% है यह आंकड़ा
सजा देना अभिभावकों का अधिकार
21 देशों के 21 हजार से अधिक प्रतिभागियों ने ‘बदलता बचपन सर्वे’ में हिस्सा लिया, इनमें 1500 भारतीय शामिल भारत में ऐसे किशोरों-युवाओं की दूसरी सबसे बड़ी आबादी, जो बच्चों को सजा देना शिक्षकों-अभिभावकों का अधिकार मानते हैं
भविष्य को लेकर सकारात्मक
- 64% भारतीय युवाओं को लगता है कि दुनिया अब पहले से ज्यादा रहने लायक बन रही
- 70% की राय में पिछली पीढ़ी के मुकाबले देश में सुरक्षा के स्तर में काफी सुधार आया है
- 65% किशोरों-युवाओं ने कहा कि जनप्रतिनिधियों का बच्चों की आवाज सुनना बेहद जरूरी
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें