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शुक्रवार, 31 दिसंबर 2021

उम्मीदें 2022 : नए साल से विश्वविद्यालयों में लागू होगी नई शिक्षा नीति



 उम्मीदें 2022 : नए साल से विश्वविद्यालयों में लागू होगी नई शिक्षा नीति

नए साल में राजधानी के विश्वविद्यालयों में बहुत कुछ नया होने की उम्मीद है। सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों में नई शिक्षा नीति 2020 लागू होगी। यही नहीं डीयू, जेएनयू में सेंट्रल युनिवर्सिटी कॉमन एंट्रेंस टेस्ट के तहत दाखिला होगा। डीयू में वर्षों से चली आ रही मेरिट से दाखिला प्रक्रिया समाप्त हो जाएगी। इसे एक बड़े बदलाव के रूप में देखा जा रहा है।

छात्रों और प्रशासन को इस बदलाव से काफी उम्मीद है। डीयू में कार्यकारी परिषद व विद्वत परिषद से भी नई शिक्षा नीति संबंधी प्रस्ताव पारित हो गया है। इसके अलावा देश के सबसे बड़े केंद्रीय विश्वविद्यालय में इंजीनियरिंग का नया विभाग खोलने सहित कई अन्य योजनाओं के पूरा होने की भी उम्मीद है। इसमें नए कॉलेज, ताहिरपुर में एसओएल की इमारत का निर्माण, सुविधा केंद्र सहित अन्य कई सुविधाएं शुरू होने की उम्मीद है। दिल्ली विश्वविद्यालय ने तदर्थ शिक्षिकाओं को भी मातृत्व अवकाश प्रदान करने पर एसी, ईसी की बैठक में सहमति दी है और संभावना है कि यह व्यवस्था भी इस वर्ष से लागू होगी। इसकी मांग तदर्थ शिक्षिकाएं वर्षों से कर रही थीं।

जेएनयू और आईआईटी दिल्ली को मिल सकता है नया मुखिया

राजधानी के दो प्रमुख संस्थान जेएनयू और आईआईटी दिल्ली को नया मुखिया मिल सकता है। जेएनयू के कुलपति और आईआईटी दिल्ली के निदेशक का कार्यकाल समाप्त हो चुका है। इसलिए नए वर्ष में नया कुलपति व नया निदेशक आने की संभावना है। इसके साथ ही जेएनयू में लंबित नया कोर्स व आईआईटी दिल्ली में भी नए सेंटर खोलने की योजना है और नए वर्ष में इसके पूरा होने की उम्मीद है।

जामिया में नए विभाग के साथ मेडिकल कॉलेज बनने की उम्मीद

जामिया मिल्लिया इस्लामिया में लंबे समय से मेडिकल कॉलेज का बनना प्रस्तावित है लेकिन अब इस दिशा में ठोस पहल की उम्मीद है। जामिया प्रशासन ने पांच नए विभाग खोलने का निर्णय लिया है जिसमें से कुछ विभाग इस साल से पूरी तरह काम करने लगेंगे। इसके अलावा कई नए कोर्स भी यहां से संचालित होने की उम्मीद है। विश्वविद्यालय कई नए संस्थानों से अनुबंध भी करने वाला है।

आईपीयू के पूर्वी कैंपस को शुरू होने की उम्मीद

कोविड-19 से उपजी स्थिति के कारण राजधानी के बड़े विश्वविद्यालयों में से एक गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय में पूर्वी कैंपस शुरू नहीं हो पाया है लेकिन यह निर्माणाधीन है। ऐसी संभावना है कि आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित यह कैंपस न केवल शुरू होगा बल्कि इसमें कक्षाएं भी चलेंगी। विश्वविद्यालय ने एक मेडिकल कॉलेज का भी प्रस्ताव रखा है, नए वर्ष में इस दिशा में भी काम होने की उम्मीद है।

अंबेडकर व आईजीडीटीयूडब्ल्यू को मिल सकता है नया कैंपस

इंदिरा गांधी दिल्ली टेक्निकल यूनिवर्सिटी फॉर वुमेन (आईजीडीटीयूडब्ल्यू) का नया कैंपस नरेला में 50 एकड़ में बनकर तैयार हो जाएगा। इस कैंपस में करीब 25 हजार छात्राओं को दाखिला मिल सकेगा। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी विश्वविद्यालय के चौथे दीक्षांत समारोह में यह घोषणा की है। इसी तरह से अंबेडकर विश्वविद्यालय में भी नया कैंपस मिलने की उम्मीद है।

रैंकिंग सुधारना सभी विश्वविद्यालयों का लक्ष्य

नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क हो या क्यूएस वर्ल्ड रैंकिंग इन दोनों में सुधार करना राजधानी के राज्य स्तरीय विश्वविद्यालय और केंद्रीय विश्वविद्यालय का लक्ष्य है। आईआईटी दिल्ली ने पहले ही अपनी रैंकिंग में सुधार के लिए जरूरी कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। 

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