यूपी के मेडिकल कॉलेजों में निकलेंगी हजारों नौकरियां, ये होंगे पद
नए मेडिकल कॉलेजों के लिए प्रथम, द्वितीय वर्षवार जरूरत के हिसाब से सृजित होने वाले पदों पर भर्ती किए जाने की बात कही गई है। शासन स्तर से अब इस रिपोर्ट का परीक्षण कराए जाने के बाद उसे वित्त विभाग को भेजा जाएगा। वहां से हरी झंडी मिलने पर इसे कैबिनेट की मंजूरी के लिए भेजा जाएगा।
पीएम ने किया था इन नौ मेडिकल कॉलेजों का लोकार्पण
प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार के लिए बीते सालों में कई पहल हुई हैं। कोरोना से पैदा हुए भयावह हालात ने इसकी जरूरत और बढ़ा दी। प्रदेश सरकार की योजना केंद्र की मदद से हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज खोलने की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में नौ मेडिकल कॉलेजों का लोकार्पण किया था। इनमें सिद्धार्थनगर में माधव प्रसाद त्रिपाठी मेडिकल कॉलेज, देवरिया में देवरहा बाबा मेडिकल कॉलेज, मीरजापुर में विंध्यवासिनी मेडिकल कॉलेज, गाजीपुर में महर्षि विश्वामित्र मेडिकल कॉलेज, प्रतापगढ़ में डा. सोनेलाल पटेल मेडिकल कॉलेज, एटा में वीरांगना अवंतीबाई लोधी मेडिकल कॉलेज, फतेहपुर में अमर शहीद जोधा सिंह, जौनपुर में उमानाथ सिंह मेडिकल कॉलेज और हरदोई मेडिकल शामिल है।
16 जिलों में पीपीपी मोड पर मेडिकल कालेज बनाने जाने की प्रक्रिया चालू
जबकि 14 और मेडिकल कॉलेजों को स्वीकृति मिल चुकी है। इनमें से बिजनौर, कुशीनगर, चंदौली और सुल्तानपुर, गोंडा के मेडिकल कॉलेजों की नींव रखी जा चुकी है। इसके अलावा अमेठी, औरैया, बुलंदशहर, कानपुर देहात, कौशांबी, लखीमपुर खीरी, ललितपुर, सोनभद्र व पीलीभीत में भी जल्द शिलान्यास होना है। जबकि 16 जिलों में पीपीपी मोड में मेडिकल कॉलेज बनाए जाने की प्रक्रिया चल रही है।
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