लखनऊ विश्वविद्यालय और एकेटीयू समेत सभी जगह खाली हैं सीटें
एक ओर एकेटीयू दावा कर रहा है कि इस बार प्रवेश पिछली बार के मुकाबले ज्यादा हुए हैं। लखनऊ विवि का कहना है कि लगभग सब सीटें भर चुकी हैं। मगर आंकड़ों पर नजर डालें तो तस्वीर कुछ और है। लखनऊ विवि में स्पॉट काउंसलिंग तक करा लेने के बाद सभी संकायों को मिलाकर लगभग 500 सीटें खाली हैं। एकेटीयू ने खुद ही आंकड़े जारी किए जिनके मुताबिक पूरे प्रदेश के इंजीनियरिंग कॉलेजों में अभी लगभग 85 हजार सीटें खाली हैं। वहीं बीबीएयू दो कदम आगे है क्योंकि यहां यूजी-पीजी की 15 हजार सीटों पर अब तक दाखिले शुरू ही नहीं हुए हैं।
पहले बात करते हैं लखनऊ विवि की। यहां इंजीनियरिंग संकाय में संचालित बीटेक, एमसीए, बीफार्मा प्रथम सेमेस्टर व बीटेक तृतीय सेमेस्टर (लेट्रल एंट्री) में 135 सीटों पर सीधे दाखिले कराए गए लेकिन इसके बाद भी इसमें कुछ सीटें अभी खाली हैं। इससे पहले डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय की ओर से कराई गई सात चरणों की काउंसलिंग के बाद भी लखनऊ विश्वविद्यालय में बीटेक, एमसीए, बीफार्मा व बीटेक तृतीय सेमेस्टर (लेट्रल एंट्री) में सीटें नहीं भर पाई थीं। इसके अलावा एमबीए, एमसीए में सीधे प्रवेश लेकर सीटें भरने की कवायद हो चुकी है मगर सीटें अब भी खाली हैं।
कम हुआ एमबीए की ओर रुझान:
लखनऊ विश्वविद्यालय में इस बार एमबीए पाठ्यक्रम में अभ्यर्थियों का रुझान कम हुआ है। यही वजह है कि पर्याप्त मौके दिए जाने के बाद भी विश्वविद्यालय के नए परिसर स्थित इंस्टीट्यूट आफ मैनेजमेंट साइंसेज (आइएमएस) में संचालित एमबीए पाठ्यक्रम में करीब 150 से ज्यादा सीटें अब तक खाली हैं। पहले तकरीबन 200 सीटें खाली थीं जिनपर सीधे दाखिले का मौका भी दिया गया। इसके बाद भी सारी सीटें नहीं भर पाईं। विश्वविद्यालय के जानकीपुरम स्थित दूसरे परिसर में इंस्टीट्यूट आफ मैनेजमेंट साइंसेज (आइएमएस) संचालित है। यहां एमबीए (फाइनेंस एंड कंट्रोल), एमबीए (एचआर), एमबीए (मार्केटिंग), एमबीए (इंटरनेशनल बिजनेस) और एमबीए (एंटरप्रेन्योरशिप एवं फैमिली बिजनेस) पाठ्यक्रम में दाखिले की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है लेकिन सीटें खाली हैं। हालांकि संस्थान के निदेशक का कहना है कि चूंकि अभी सीटें उपलब्ध हैं, ऐसे में अगर कोई इच्छुक अभ्यर्थी आ जाता है तो उसे दाखिला दे दिया जाएगा।
एकेटीयू में सीएस, आईटी, फार्मा की सीटें ही भरीं
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) के संस्थानों में प्रदेश भर में लगभग 85 हजार सीटें खाली हैं। विश्वविद्यालय से जारी आंकड़ों के अनुसार बीटेक कम्प्यूटर साइंस, इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी और बीफार्मा को छोड़कर अन्य लगभग सभी ब्रांचों में सीटें खाली रह गई हैं। इन्हें भरने के लिए स्पॉट काउंसलिंग भी कराई गई थी लेकिन उसके बाद भी सीटें खाली रह गईं।
बीबीएयू: अब भी दाखिले शुरू होने का इंतजार
बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय में 26 नवम्बर को प्रवेश परीक्षा के नतीजे घोषित हुए थे लेकिन तब से अब तक, 10 दिन बीतने के बाद भी यहां दाखिले शुरू नहीं हुए हैं। विश्वविद्यालय में स्नातक व पीजी को मिलाकर लगभग 15 हजार सीटें इस बार खाली ही रह जाने के आसार नजर आ रहे हैं। विवि प्रशासन की ओर से भी अब तक दाखिले शुरू करने को लेकर कोई कवायद नहीं की जा रही है।
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