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शुक्रवार, 3 दिसंबर 2021

UPTET 2021 Exam New Date : नए सचिव आज संभालेंगे कामकाज, नई यूपीटीईटी तिथि की घोषणा का रहेगा इंतजार



UPTET 2021 Exam New Date : नए सचिव आज संभालेंगे कामकाज, नई यूपीटीईटी तिथि की घोषणा का रहेगा इंतजार

UPTET : उत्तर प्रदेश परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय के दोबारा सचिव बनाए गए अनिल भूषण चतुर्वेदी और रजिस्ट्रार विभागीय परीक्षाएं मनोज कुमार अहिरवार गुरुवार को प्रयागराज पहुंच गए। दोनों अधिकारी शुक्रवार को कामकाज संभालेंगे। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) लखनऊ में संयुक्त निदेशक प्रशिक्षण के पद पर कार्यरत अनिल भूषण गुरुवार को वहां से कार्यमुक्त हुए। मनोज कुमार अहिरवार भी उप प्राचार्य जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) सीतापुर से कार्यमुक्त होकर प्रयागराज पहुंच गए।  

इतने कम समय में पारदर्शी और शुचितापूर्ण तरीके से परीक्षा कराने के लिए ही अनुभवी अधिकारी अनिल भूषण चतुर्वेदी को फिर सचिव बनाया गया है। इससे पहले सितंबर 2018 से 17 जून 2021 तक अनिल भूषण चतुर्वेदी सचिव पद पर रह चुके हैं। उन्होंने 2018 और 2019 की टीईटी कराने के साथ ही 69,000 सहायक अध्यापक भर्ती की परीक्षा सकुशल कराई थी।

निरस्त हुई टीईटी एक महीने के अंदर नए सिरे से और फुलप्रूफ कराना बड़ी चुनौती है। इसलिए अनिल भूषण चतुर्वेदी को दोबारा उसी पद पर लाया गया है। बचे 27 दिन में परीक्षा कराने के लिए उन्हें नए सिरे से चाक-चौबंद तैयारी करनी होगी। पेपर और ओएमआर शीट छपवाने के लिए नए सिरे से प्रिंटिंग प्रेस चुनना होगा। क्योंकि इससे पहले दिल्ली की जिस प्रिंटिंग प्रेस को काम दिया गया था, उसका मालिक गिरफ्तार हो चुका है। पूर्व सचिव संजय उपाध्याय की गिरफ्तारी के बाद से बेसिक और माध्यमिक शिक्षा विभाग के अफसर भी सहमे थे। कोई अधिकारी इस पद पर आना नहीं चाहता था। ऐसे में अनुभवी अफसर अनिल भूषण चतुर्वेदी को फिर तैनात कर सरकार 28 नवंबर को हुई किरकिरी से उबरना चाहती है।

परीक्षा नियामक के लिए संकटमोचक अनिल भूषण

अनिल भूषण चतुर्वेदी परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय के लिए संकटमोचक बने हैं। इससे पहले 68,500 सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा में व्यापक अनियमितता के कारण 8 सितंबर 2018 को तत्कालीन सचिव सुत्ता सिंह के निलंबन के बाद उन्हें सचिव पद पर तैनाती दी गई थी। उस वक्त अभ्यर्थी गड़बड़ियों के विरोध में धरने पर बैठे थे। कमान संभालने के एक सप्ताह में उन्होंने हालात संभाल लिए थे। पीएसी की तैनाती कर अराजकता दूर की थी और दो टीईटी और 69,000 सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा शुचितापूर्वक कराकर कार्यालय की छवि सुधारी थी। 

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