Bihar Budget 2022: बिहार में 4638 असिस्टेंट प्रोफेसरों और 8386 शारीरिक अनुदेशकों की होगी भर्ती, शिक्षा में सबसे ज्यादा खर्च करेगी सरकार
Bihar Budget 2022: कोरोना की तीन लहरों के बाद आए बजट में राज्य सरकार ने शिक्षा के बजट को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। कुल बजट का 16.5% खर्च शिक्षा पर किया जाएगा। तमाम योजना मदों में भी अकेले सबसे अधिक राशि 22198.38 करोड़ शिक्षा की योजनाओं पर खर्च होगी। यह सरकार के कुल स्कीम उदव्यय 1 लाख करोड़ का 22.2 फीसदी है। शिक्षा के सार्वजनीकरण तथा उसकी गुणवत्ता को लेकर सरकार की संजीदगी इस बात से दिखती है कि विभाग के स्कीमों में सबसे अधिक 15683 करोड़ रुपए वह 2022-23 में सर्वशिक्षा अभियान पर ही खर्च करेगी। स्टूडेन्ट क्रेडिट कार्ड सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है और प्रदेश के बच्चों के उच्चशिक्षा तथा तकनीकी शिक्षा के सपने पूरे हों, इसको लेकर इस योजना में अगले वित्तीय वर्ष के लिए 700 करोड़ का प्रावधान किया गया है।
विदित हो कि बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना में अभी तक कुल 163331 आवेदकों के लिए 4989.00 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। इनके अलावा जिन प्रमुख योजनाओं को जारी रखने के लिए राशि का प्रावधान किया गया है उनमें एमडीएम के समर्थन के लिए 3100 करोड़, मुख्यमंत्री पोशाक योजना के लिए 350 करोड़, छात्रवृत्ति/ वजीफा के लिए 303 करोड़, मुख्यमंत्री साइकिल योजना के लिए 243 और प्रारंभिक विद्यालयों के भवन के लिए 200 करोड़ प्रमुख हैं। गौर हो कि राज्य सरकार ने पिछले वर्ष की तुलना में शिक्षा के कुल बजट में करीब 1155.94 करोड़ की वृद्धि की है जबकि इस महकमे के स्कीम मद में 259.35 करोड़ की बढोत्तरी की गई है। शेष राशि स्थापना मद की है।
खास बातें:
-हर जिले में एक मॉडल प्लस टू हाई स्कूल बनाया जाएगा
-राज्य के प्राथमिक स्कूलों में 40,558 प्रधान शिक्षक नियुक्त होंगे
-मध्य विद्यालयों में 8,386 शारीरिक अनुदेशकों के पदों पर नियुक्ति होगी
-राज्य में 4,638 असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति की जाएगी
विश्वविद्यालयों में 18,899 सीटें बढ़ेंगी:
कोरोना संकट में ऑनलाइन व डिजिटल शिक्षा की जरूरतों को देखते हुए शिक्षा विभाग आगे भी इन माध्यमों के सशक्तीकरण तथा अधिकाधिक बच्चों तक इसके प्रसार पर काम करेगा। इसके साथ ही उच्च शिक्षा में जीईआर बढ़ाने की भी पहल की गई है। स्कूली शिक्षा में आधारभूत संरचना से लेकर शिक्षकों तक की उपलब्धता पर 2022-23 में काम होगा। राज्य के विश्वविद्यालयों में छात्रों के नामांकन हेतु 18899 सीटों की वृद्धि की गई है। अबतक अंगीभूत महाविद्यालय से वंचित 18 में से 9 अनुमंडलों में ऐसे महाविद्यालय स्थापित हो गए हैं, शेष में इसके प्रयास तेज होंगे। विश्वविद्यालयवार एवं विषयवार सहायक प्राध्यापकों के 4638 पदों पर बिहार विश्वविद्यालय सेवा आयोग द्वारा इस सत्र में नियुक्ति की कार्रवाई पूरी होगी।
फिर नियुक्तियों का रहेगा साल
उप मुख्यमंत्री सह वित्तमंत्री तारकिशोर प्रसाद द्वारा पेश बजट संकेत देता है कि 2022-23 शिक्षा विभाग द्वारा नियुक्तियों का साल रहेगा। कॉलेजों में 4683 सहायक प्राध्यापकों के साथ ही माध्यमिक-उच्च माध्यमिक स्कूलों में 30620 पदों पर टीचरों की बहाली पूरी होगी। करीब 33 हजार पदों पर उत्क्रमित स्कूलों के लिए इन शिक्षक पदों पर नियुक्ति होगी क्योंकि ये पद सृजित हो गए हैं। राज्य के प्रारंभिक 40558 पदों पर प्रधान शिक्षक जबकि 6421 उत्क्रमित व नवस्थापित उच्च माध्यमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापक के पदों पर नियुक्ति होगी। 8386 शारीरिक शिक्षा एवं स्वास्थ्य अनुदेशकों के पद भी सृजित हैं और इन पर उपलब्ध योग्य अभ्यर्थियों की तय मानदेय पर वेतन भी इसी सत्र में होगी।
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