प्रोफेसर रमेंद्र सिंह ने छोड़ा पद एके कनौजिया नए परीक्षा नियंत्रक
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक गुरुवार को अचानक बदल दिए गए। साढ़े तीन साल से यह जिम्मेदारी संभाल रहे रसायन विज्ञान विभाग के प्रो. रमेंद्र कुमार सिंह की जगह संयुक्त रजिस्ट्रार एके कनौजिया को परीक्षा नियंत्रक बनाया गया है। कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव के निर्देश पर रजिस्ट्रार प्रो. एनके शुक्ला ने इस आशय का नोटिफिकेशन जारी किया है। अब एके कनौजिया प्रशासनिक कामकाज के साथ नई जिम्मेदारी भी संभालेंगे। प्रो. रमेंद्र सिंह तीन दिसंबर 2018 से परीक्षा नियंत्रक पद की जिम्मेदारी संभाल रहे थे।
कोविड के कारण इवि के इतिहास में 2020 में पहली बार आनलाइन परीक्षाएं कराई गईं। 2021 में भी परीक्षाएं आनलाइन कराई गईं। प्रो. रमेंद्र ने आनलाइन परीक्षाओं के लिए विश्वविद्यालय में नया सेटअप भी तैयार कराया। विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रों के हंगामे के बाद स्नातक द्वितीय वर्ष के छात्रों को प्रोन्नत करने और तृतीय वर्ष की आनलाइन परीक्षा कराने का निर्णय लिया है। अब दोनों प्रक्रिया एक से दो माह में पूरी होनी हैं। इसी बीच गुरुवार को ज्वाइंट रजिस्ट्रार एके कनौजिया को नया परीक्षा नियंत्रक बना दिया गया। यह बदलाव उस वक्त किया गया है, जब विश्वविद्यालय प्रशासन छात्र-छात्राओं के प्रोन्नत और परीक्षाओं को लेकर कई तरह की चुनौतियों का सामना कर रहा है। ऐसे में नए परीक्षा नियंत्रक एके कनौजिया के सामने आनलाइन परीक्षाओं का सफल संचालन कराना बड़ी चुनौती होगी। जल्द ही नए परीक्षा नियंत्रक के नेतृत्व में परीक्षा समिति तय करेगी कि परीक्षाएं कब आयोजित की जाएंगी।
कुलपति से किया था आग्रह प्रो. रमेंद्र कुमार ने पद छोड़ने के लिए कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव से आग्रह किया था। उन्होंने बताया कि कुलपति से मौखिक एवं लिखित तौर पर आग्रह किया था कि उन्हें इस जिम्मेदारी से मुक्त कर दिया जाए। जनवरी में मुलाकात कर भी पदमुक्त करने की मांग की। लिहाज गुरुवार को नए परीक्षा नियंत्रक की ताजपोशी के बाद प्रो. रमेंद्र कुमार ने कुलपति के प्रति आभार व्यक्त किया है। कर्नल ने नहीं संभाली कमान कार्य परिषद ने अक्टूबर-2021 में सर्वसम्मति से भारतीय सेना में सेवारत लेफ्टिनेंट कर्नल कैलाश बसंल को नया परीक्षा नियंत्रक बनाया गया था। हरियाणा निवासी लेफ्टिनेंट कर्नल बंसल प्रयागराज के ओल्ड कैंट में वर्ष 2004 से 2007 तक तैनात रहे। वह जून 2018 से प्रतिनियुक्ति पर आल इंडिया काउंसिल फार टेक्निकल एजुकेशन में निदेशक की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। अब तक उन्होंने पदभार नहीं ग्रहण किया। ऐसे में तमाम सवाल उठ रहे हैं।
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