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गुरुवार, 5 मई 2022

यूपी बोर्ड प्रैक्टिकल व मूल्यांकन ने अटकाया शिक्षा की आधुनिकता में रोड़ा



 यूपी बोर्ड प्रैक्टिकल व मूल्यांकन ने अटकाया शिक्षा की आधुनिकता में रोड़ा

अलीगढ़। लगातार तीन कोरोना संक्रमण काल झेल चुके देश में शिक्षा के क्षेत्र में आधुनिकता ने अपनी महत्ता को साबित किया है। लाकडाउन काल में शिक्षा व्यवस्था आनलाइन माध्यम पर आश्रित हो गई थी। मगर बेसिक शिक्षा व माध्यमिक शिक्षा से जुड़े छात्र-छात्राओं के पास आनलाइन माध्यम से पढ़ाई करने के संसाधनों की कमी और विद्यालयों से शैक्षिक मैटीरियल न मिल पाने से उनकी पढ़ाई प्रभावित रही। ऐसे में माध्यमिक विद्यालयों में आधुनिकता की पटरी पर शिक्षा की रेल दौड़ाने के प्रयास किए गए। मगर तीसरी लहर ने फिर से रोड़ा अटका दिया। अब जब एक बार फिर से इस दिशा में कदम बढ़ाया गया तो यूपी बोर्ड परीक्षा के प्रैक्टिकल व मूल्यांकन ने रोड़ा अटका दिया है।

माध्यमिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में अब फाइबर इंटरनेट कनेक्शन की सुविधा भी उपलब्ध होगी, इसकी व्यवस्था की जा रही है। कोविड-19 दौर में आनलाइन माध्यम पर आश्रित हुई शिक्षा व्यवस्था को मजबूती देने के लिए ये कदम उठाया गया है। परिषद की ओर से सभी विद्यालयों के प्रधानाचार्यों से उनके यहां उपलब्ध इंटरनेट सुविधा का ब्योरा मांगा गया था। अभी जिले में लगभग किसी भी कालेज में हाईस्पीड फाइबर इंटरनेट कनेक्शन की सुविधा नहीं है। इन कालेजों को इस सुविधा से लैस करने को सूचना मांगी गई है। यह सूचना यूपी बाेर्ड परीक्षा शुरू होने से पहले मांगी गई थी। मगर तब विधानसभा चुनाव और उसके बाद परीक्षा के चलते सूचना नहीं दी जा सकी। अब प्रैक्टिकल और मूल्यांकन के चलते सूचना देने में विलंब हो रहा है।

कालेजों में मिलेगी इंटरनेट की बेहतर सुविधा 

जिले में 94 एडेड, 35 राजकीय व करीब 625 वित्तविहीन कालेज हैं। कालेजों में इंटरनेट की सुविधा बेहतर होने से विद्यार्थियों को आनलाइन टीचिंग मैटीरियल भी उपलब्ध हो सकेगा। साथ ही शिक्षक दूरदर्शन पर प्रसारण के लिए तैयार किए अपने शैक्षिक वीडियो को भी समय से अपलोड कर सकेंगे। वीडियो तैयार करने से लेकर उसको साइट पर अपलोड करने तक में अभी इंटरनेट की धीमी स्पीड के चलते शिक्षकों को काफी परेशानी का सामना करना पडता है। इसके लिए डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास व सूचना एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में निवेश के लिए ब्राडबैंड रेडीनेस इंडेक्स के आकलन के संबंध में सूचना मांगी गई है।

इनका कहना है

आनलाइन शिक्षा की जरूरत काे ध्यान में रखते हुए कालेजों में इंटरनेट सुविधा बेहतर करने की योजना है। अभी यूपी बोर्ड परीक्षा के प्रैक्टिकल व मूल्यांकन के चलते प्रधानाचार्यों व शिक्षकों के पास व्यस्तता है। ये काम पूरे होने के बाद इस दिशा में कदम बढ़ाया जाएगा।-डा. धर्मेंद्र कुमार शर्मा, डीआइओएस



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