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सोमवार, 30 मई 2022

Daily Current Affairs | 30 May Current affairs 2022




 Daily Current Affairs | 30 May Current affairs 2022


1). प्रतिवर्ष विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस का आयोजन कब किया जाता है ?

उत्तर – 28 मई

2). 17वाँ मुंबई अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में किस देश को कंट्री ऑफ फोकस बनाया गया ?

उत्तर – बांग्लादेश

3). प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुनिया के पहले नैनो यूरिया तरल संयंत्र का उद्घाटन कहां किया है ?

उत्तर – कलोल, गुजरात

4). हाल ही में किस राज्य सरकार ने समान नागरिक संहिता को लागू करने के लिए सेवानिवृत सुप्रीम कोर्ट जस्टिस रंजना देसाई की अध्यक्षता में मसौदा समिति का गठन किया गया है ?

उत्तर – उत्तराखंड

5). हिंदी भाषा का पहला समाचार पत्र उदंत मार्तंड का प्रकाशन कब शुरू हुआ था ?

उत्तर – 30 मई 1826

6). प्रतिवर्ष हिंदी पत्रकारिता दिवस कब मनाया जाता है ?

उत्तर – 30 मई

7). हिंदी भाषा के पहले समाचार पत्र उदंत मार्तंड का प्रकाशन किसने शुरू किया था ?

उत्तर – पंडित जुगल किशोर शुक्ल

8). हिंदी अखबार बंगदुत का प्रकाशन किसने आरंभ किया ?

उत्तर – राजा राममोहन राय

9). हाल ही में अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव का 17वाँ संस्करण कहाँ शुरू हुआ है ?

उत्तर – मुंबई

10). हाल ही में भारत के पहले बायोटेक पार्क का उद्घाटन किसने किया है ?

उत्तर – डॉ. जितेंद्र सिंह

हिंदी पत्रकारिता दिवस 2022-23

हर साल 30 मई को हिंदी पत्रकारिता दिवस मनाया जाता है, क्योंकि 30 मई 1826 को ही हिंदी भाषा का पहला अखबार “उदंत मार्तंड” प्रकाशित होना शुरू हुआ था। इस अखबार का प्रकाशन कलकत्ता शहर से किया जाता था, जिसे पंडित जुगल किशोर शुक्ल ने शुरू किया था। पंडित जुगल किशोर शुक्ल कानपुर के रहने वाले एक वकील थे, जो इस अखबार के प्रकाशक एवं संपादक भी थे। इस अखबार का प्रकाशन कलकत्ता के बड़ा बाजार इलाके में अमर तल्ला लेन, कोलुटोला से शुरू हुआ था। यह साप्ताहिक अखबार था, जो हर हफ्ते मंगलवार को पाठकों तक पहुँचता था।

परतंत्र भारत की राजधानी कलकत्ता में अंग्रेजी शासकों की भाषा अंग्रेजी के बाद बांग्ला और उर्दू का प्रभाव था, इसलिए उस समय अंग्रेजी, बांग्ला और फारसी में कई समाचार पत्र निकलते थे। हालांकि उदंत मार्तंड एक साहसिक प्रयोग था लेकिन पैसों के अभाव में ज्यादा दिनों तक प्रकाशित नहीं हो पाया। इस समाचार पत्र के पहले अंक की 500 प्रतियाँ छापी गई थी। पैसों की तंगी के वजह से उदंत मार्तंड का प्रकाशन बहुत दिनों तक नहीं हो सका और आखिरकार यह समाचार पत्र 4 दिसंबर 1826 को बंद हो गया।

उदंत मार्तंड का प्रकाशन बंद होने के दो साल बाद, राजा राममोहन राय ने हिंदी बंगदूत का प्रकाशन आरंभ किया जो लगभग 100 साल तक प्रकाशित होता रहा। 1827 से लेकर 1830 तक के सफर में प्रांतीय भाषाओं में पत्र पत्रिकाओं का खूब प्रचार प्रसार हुआ। सन 1930 से लेकर आज तक की हिंदी पत्रकारिता ने काफी तरक्की कर ली है।

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