इविवि की ऑनलाइन परीक्षा के दौरान सर्वर डाउन होने से परीक्षार्थियों ने परीक्षा नियंत्रक कार्यालय का घेराव किया
इलाहाबाद विश्वविद्यालय एवं संबद्ध् कॉलेजों की स्नातक अंतिम वर्ष की परीक्षा मंगलवार से शुरू हुई। पहले दिन ही ऑनलाइन परीक्षा में सुबह नौ बजे से परीक्षा होने के बाद ही सर्वर डाउन हो गया। अभ्यर्थियों ने कहा कि एक सवाल को हल करने के लिए दो मिनट का वक्त दिया गया था, जबकि एक सवाल का जवाब देने के बाद अगले सवाल तक पहुंचने में 25 से 30 मिनट का वक्त लगा। इससे नाराज काफी संख्या में छात्र परीक्षा नियंत्रक कार्यालय पहुंच गए। छात्रों ने परीक्षा नियंत्रक कार्यालय का घेराव करते हुए हंगामा किया। इस पर परीक्षा नियंत्रक की ओर से नोटिस जारी कर आश्वासन दिया गया कि छात्रहित में जल्द निर्णय लेकर वेबसाइट पर सूचना जारी कर दी जाएगी।
मंगलवार को सुबह नौ बजे से बीए तृतीय वर्ष के संस्कृत, अरबी, फारसी और दोपहर दो बजे से पर्यावरण विज्ञान एवं होमसाइंस की परीक्षा थी। परीक्षार्थियों को परीक्षा के आधे घंटे पहले क्रमश: सुबह 8.30 बजे और दोपहर 1.30 बजे लॉग इन करना था। पहली बार ऑनलाइन परीक्षा में वस्तुनिष्ठ प्रकार के सवाल पूछे गए थे। प्रत्येक सवाल के लिए परीक्षार्थियों को दो मिनट का वक्त दिया गया था और हर सवाल एक नंबर का था। सुबह नौ बजे से शुरू हुई संस्कृत, अरबी, फारसी की परीक्षा में कुल 75-75 सवाल थे और पेपर ढाई घंटे का था। परीक्षा शुरू होते ही सर्वर ठप हो गया और सवाल जहां के तहां अटक गए। जो अभ्यर्थी प्रयागराज में थे, वे अपने मोबाइल फोन के साथ परीक्षा नियंत्रक कार्यालय पहुंच गए। जो दूसरे जिलों में अपने घर से परीक्षा दे रहे थे, उन्होंने प्रयागराज में मौजूद अपने साथियों और हेल्पलाइन नंबर पर फोन मिलाना शुरू कर दिया। परीक्षार्थी काफी देर तक परीक्षा नियंत्रक कार्यालय पर खड़े रहे और जब कोई जवाब नहीं मिला तो हंगामा शुरू कर दिया।
दावा: 90 फीसदी से अधिक छात्र पूरा नहीं कर सके पेपर
परीक्षा नियंत्रक कार्यालय पहुंच पर मौजूद बीए अंतिम वर्ष के राघवेंद्र प्रताप तिवारी, उसामा जलाल, मो.ताहा ने बताया कि तीन सवालों का जवाब दिया और अगले प्रश्न की ओर बढ़े तो अपने आप ही लॉग आउट हो गए। फिर से लॉग इन कर परीक्षा में शामिल हुए। यह सिलसिला जारी रहा और परीक्षा पूरी होने तक दो से तीन सवालों का जवाब ही दे सके। संस्कृत के छात्र राघवेंद्र प्रताप सिंह ‘सेव एंड नेक्स्ट’ को क्लिक करके लगातार आगे बढ़ रहे थे, लेकिन तकनीकी गड़बड़ी के कारण 10 सवालों को हल करने के बाद फिर से पहले सवाल पर पहुंच गए और जिन विकल्पों को सेव किया था, वे भी गायब हो गए। इन सभी का दावा है कि 90 फीसदी से अधिक छात्र सर्वर धीमा होने के कारण पेपर पूरा नहीं कर सके।
हेल्पलाइन पर मदद न मिलने का आरोप
तकनीकी समस्याओं के समाधान के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए थे, लेकिन परीक्षार्थियों का आरोप है कि हेल्पलाइन नंबर से कोई मदद नहीं मिली। एबीवीपी की प्रांत कार्यकारिणी के सदस्य अमर सिंह, छात्र नेता अजय यादव सम्राट एवं परीक्षार्थियों का आरोप है कि हेल्पलाइन नंबर का फोन अगर उठा भी तो छात्रों को उचित जवाब नहीं मिला।
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