AICTE : हिन्दी में आई इंजीनियरिंग-पॉलिटेक्निक की किताबें
इंजीनियरिंग और पॉलिटेक्निक के प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों के लिए हिन्दी में भी तकनीकी एवं विज्ञान की किताबें अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) ने तैयार की है। इन किताबों का विमोचन शुक्रवार को विज्ञान एवं प्रावैधिकी विभाग के मंत्री सुमित कुमार सिंह ने किया। इनमें गणित, भौतिकी और रसायन शास्त्र समेत इंजीनियरिंग की नौ और पॉलिटेक्निक की 11 किताबें शामिल हैं।
मंत्री ने कहा कि खासकर बिहार और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों के विद्यार्थियों के लिए ये किताबें काफी लाभदायक होंगी। अपनी मातृभाषा में लिखी किताबों को समझने में विद्यार्थियों को काफी सुविधा होगी। इससे शिक्षा की गुणवत्ता में भी सुधार होगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सात निश्चय पार्ट-2 में भी इसका प्रावधान किया है कि हिंदी में तकनीकी किताबें उपलब्ध करायी जाएंगी। इसका कार्यान्वयन आज किया गया। विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने कहा कि ज्ञान अर्जित करने में भाषा बाधक नहीं बने, यह आवश्यक है। इस लिहाज से आवश्यक है कि विद्यार्थी के पास अपनी मातृभाषा में किताबें हों।
उन्होंने कॉलेज के प्रचार्यों को निर्देश दिया कि अपने संस्थान के पुस्तकालयों में हिन्दी भाषा में प्रकाशित किताबों को भी रखें, ताकि विद्यार्थी उसका लाभ उठा सकें। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एआईसीटीई के अध्यक्ष प्रो. अनिल डी. सहस्रबुद्धे ने कहा कि हिन्दी भाषा में तकनीकी और विज्ञान की किताबों में गुणवत्ता का पूरा ख्याल रखा गया है। अंग्रेजी के अलावा देश की 12 भाषाओं में किताबें प्रकाशित की जा रही हैं। नवंबर, 2022 तक इंजीनियरिंग और पॉलिटेक्निक के द्वितीय वर्ष की किताबें भी उपलब्ध करा दी जाएंगी।
एआईसीटीई के उपाध्यक्ष एमपी पुनिया ने कहा कि द्वितीय वर्ष के 88 कोर्स की किताबें हिन्दी में उपलब्ध करायी जाएंगी। कार्यक्रम के दौरान कॉलेज प्राचार्यों को किताबें उपलब्ध कराई गईं। विद्यार्थी इन किताबों की खरीद ऑनलाईन कर सकेंगे। एआईसीटीई के निदेशक डॉ. अमित कुमार श्रीवास्तव, विभाग के निदेशक वैभव चौधरी, संयुक्त निदेशक डॉ. अनंत कुमार ने भी विचार रखे। सक्षम छात्रवृत्ति योजना के लाभुक छात्र दानिश और प्रगति छात्रवृत्ति की लाभुक छात्रा सुरभि ने भी अपनी बात रखी।
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