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शनिवार, 13 अगस्त 2022

इलाहाबाद विश्वविद्यालय : पीजी के 53 विषयों के सापेक्ष 9544 सीटों पर दाखिला



इलाहाबाद विश्वविद्यालय : पीजी के 53 विषयों के सापेक्ष 9544 सीटों पर दाखिला

प्रयागराज। । इलाहाबाद विश्वविद्यालय एवं संबद्ध कॉलेजों के शैक्षिक सत्र 2022-23 में परास्नातक के 53 विषयों के सापेक्ष 9544 सीटों के सापेक्ष प्रवेश होगा।

परास्नातक, इंस्टीट्यूट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज (आईपीएस के अंतर्गत संचालित होने वाले कोर्स), एलएलबी, एलएलएम, बीएड-एमएड, एमबीए, एमबीए-आरडी में प्रवेश के लिए दो से सात अगस्त के मध्य प्रवेश परीक्षा हो चुकी हैं। 15 से 20 अगस्त तक रिजल्ट किए जाएंगे। 25 अगस्त से विभागवार दाखिले लिए जाएंगे। इलाहाबाद विश्वविद्यालय में ऐसा पहली बार होगा कि स्नातक से पहले परास्नातक कक्षाओं में प्रवेश शुरू हो जाएगा। शैक्षिक सत्र 2022-23 में स्नातक से पहले परास्नातक पाठ्यक्रम में प्रवेश की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। अब से पहले स्नातक में दाखिले के बाद विश्वविद्यालय एवं कॉलेजों में परास्नातक में दाखिला शुरू होता था।

इस बार इलाहाबाद विश्वविद्यालय (इविवि) एवं इसके संघटक कॉलेजों में स्नातक में प्रवेश कॉमन यूनिवर्सिटी इंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) के जरिए हो रहा है। यह टेस्ट नेशनल टेस्टिंग एजेंसी यानी एनटीए करा रही है। स्नातक में दाखिले के लिए ऑनलाइन प्रवेश परीक्षा 15 जुलाई से शुरू है जो 20 अगस्त तक चलेगी। जबकि पीजी समेत कुछ अन्य पाठ्यक्रमों में दाखिले की प्रक्रिया विश्वविद्यालय स्वयं आयोजित कर रहा है। विश्वविद्यालय की ओर से पीजी समेत अन्य पाठ्यक्रमों की परीक्षा दो से सात अगस्त तक संपन्न करा लिया है।

वहीं, जिस दिन एनटीए की परीक्षा पूरी होगी उसी दिन से इविवि की ओर से पीजीएटी का रिजल्ट जारी करने की तैयारी है। रिजल्ट जारी होने के एक सप्ताह बाद से प्रवेश शुरू करने की तैयारी है। एनटीए की ओर से 20 अगस्त तक स्नातक की प्रवेश परीक्षाएं आयोजित की जा रही हैं।



डबल एमए के लिए पहले में 70 अंक जरूरी

इलाहाबाद विश्वविद्यालय एवं संबद्ध कॉलेजों के शैक्षिक सत्र 2022-23 में दूसरे विषय से एमए (डबल एमए) करने वाले अभ्यर्थियों को परास्नातक (पहले विषय से एमए में) में 70 फीसदी अंक लाना यानी ग्रेड-9 अनिवार्य होगा। इससे पहले 60 फीसदी अंक की बाध्यता होती थी। इस साल बदलाव किया गया है। पीजी में अब अंकों की जगह ग्रेड प्रदान किए जाते हैं। नई व्यवस्था के तहत दोबारा पीजी करने के इच्छुक उन्हीं अभ्यर्थयों को मौका मिलेगा, जिन्होंने ग्रेड-9 प्राप्त किया है। ग्रेड-9 को अंकों में परिवर्तित करने पर 70 फीसदी से अधिक अंक होते हैं। इसके अलावा अगर वे किसी संस्थान में कार्यरत हैं तो नियोक्ता प्रमाणपत्र देना होगा।

पीजी में नॉन सब्जेक्ट वाले ले सकेंगे समाजशास्त्रत्त् में प्रवेश

इलाहाबाद विश्वविवद्यालय में परास्नातक में प्रवेश लेने के इच्छुक उन अभ्यर्थियों के लिए अच्छी खबर है जिन्होंने किसी दूसरे विषयों से स्नातक की परीक्षा उत्तीर्ण की है और परास्नातक किसी अन्य विषय से करना चाहते हैं। अब छात्र पीजीएटी (पोस्ट ग्रेजुएट इंट्रेंस टेस्ट) में समाजशास्त्रत्त् नॉन विषय में चुन सकेंगे। इससे पहले यह नॉन सब्जेक्ट में नहीं शामिल था। इसी साल समाजशास्त्रत्त् को नॉन सब्जेक्ट में शामिल किया गया है। साथ ही अबकी शिक्षाशास्त्रत्त् को नॉन सब्जेक्ट की श्रेणी से हटा दिया गया है। अब छात्रों को परास्नातक में दाखिले के लिए नौ विषयों (नॉन सब्जेक्ट) का विकल्प मिलेगा। नॉन सब्जेक्ट में दाखिले की मेरिट अभ्यर्थी के दोनों विषय जिनमें उसने प्रवेश परीक्षा दी है, में मिले अंकों के औसत अंक से बनेगी। यदि उनका औसत अंक नॉन सब्जेक्ट की मेरिट के बराबर अथवा अधिक हो तभी उन्हें प्रवेश के लिए अवसर मिलेगा। परास्नातक में प्रवेश के लिए विभाग की सीटों के सीटों के सापेक्ष तय नॉन सब्जेक्ट के लिए दस फीसदी आरक्षित होंगी। इसमें हिन्दी, अंग्रेजी, मध्य एवं आधुनिक इतिहास, प्राचीन इतिहास, दर्शनशास्त्रत्त्, राजनीति विज्ञान, मनोविज्ञान, समाजशास्त्रत्त्, अर्थशास्त्रत्त् हैं।

परास्नातक में अंग्रेजी माध्यम से शुरू कराई गई संस्कृत विषय की पढ़ाई

इलाहाबाद विश्वविद्यालय के शैक्षिक सत्र 2022-23 में संस्कृत की पढ़ाई अंग्रेजी माध्यम से भी कराई जा रही है। संस्कृत के शिक्षकों की ओर से मंत्रों व शब्दों का भाव अंग्रेजी में समझाने पर विद्यार्थी इसे आसानी ग्रहण कर रहे हैं। संस्कृत को अंग्रेजी में पढ़ाने का दूसरा फायदा है कि हमारी अपनी संस्कृत भाषा विदेशी छात्र आसानी रूबरू हो रहे हैं। साथ ही भारतीय छात्रों को संस्कृत की पढ़ाई के साथ अंग्रेजी का मौखिक ज्ञान प्राप्त हो रहा है। जो आने वाले समय में उनके कॉरियर में फायदेमंद होगा।


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