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बुधवार, 10 अगस्त 2022

NCERT Class 6 Polity Notes : Chapter-2 | विविधता एवं भेदभाव



 NCERT Class 6 Polity Notes : Chapter-2 | विविधता एवं भेदभाव

NCERT Class 6 Polity Notes : Chapter-2 | For UPSC Notes in Hindi | विविधता एवं भेदभाव | पूर्वाग्रह | ग्रामीण लोगों का पूर्वाग्रह और शहरी लोगों का पूर्वाग्रह | पूर्वाग्रह से नुकसान | रुढ़ीबद्ध धारणा | लैंगिक आधारित रुढ़ीबद्ध धारणा | दलित क्या है | भेदभाव | लैंगिक भेदभाव | जातिगत भेदभाव | धार्मिक भेदभाव | समानता की लड़ाई.

पूर्वाग्रह | Prejudice

जब कोई किसी के बारे में पहले ही नकारात्मक धारणा बना लेता है, तो ऐसी सोच को पूर्वाग्रह ( Prejudice ) कहते है. हम अक्सर अपने से भिन्न दीखने वाले लोगों के प्रति कोई न कोई पूर्वाग्रह पाल लेते है. यह भिन्नता कई प्रकार की हो सकती है, जैसे – शक्ल सूरत, खान-पान, परिधान, बोलने का लहजा आदि.

भारत की विविधता के कारण यहाँ विभिन्न क्षेत्रों के लोग बिल्कुल अलग-अलग दिखते है. यहाँ के लोग केवल शक्ल से ही अलग नहीं दिखते बल्कि उनका खान-पान, बोली और परिधान भी अलग होता है.

ग्रामीण लोगों का पूर्वाग्रह 

शहरी लोगों का पूर्वाग्रह 

1. आधे से ज्यादा भारतीय गाँवो में रहते है.

1. शहरी जीवन बड़ा आसान होता है और यहाँ के लोग बिगड़े हुए और आलसी होते है.

2. गाँव के लोग आधुनिक प्रद्यौगिकी का इस्तेमाल करना पसंद नहीं करते है.

2. शहरों में लोग अपने परिवार के सदस्यों के साथ बहुत कम समय बिताते है.

3. फसल की बुवाई और कटाई के समय परिवार के लोग खेतों में 12 से 14 घंटे काम करते है.

3. शहरी लोग केवल पैसे की चिंता करते है, लोगों की नहीं.

4. ग्रामीण लोग काम की तलाश में शहरों की ओर स्थानांतरण करने को बाध्य होते है.

4. शहरों में रहना बहुत महंगा पड़ता है. लोगों की कमाई का एक बहुत बड़ा हिस्सा किराए और आने-जाने में खर्च हो जाता है.

















पूर्वाग्रह से नुकसान | Loss from Prejudice

अधिकतर मामलों में पूर्वाग्रह से कोई नुकसान नहीं होता है लेकिन कई बार पूर्वाग्रह से युक्त व्यवहार से किसी को भारी नुकसान हो सकता है. जब पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर किसी के साथ बुरा व्यवहार किया जाता है तो उससे उस व्यक्ति के आत्म-सम्मान को ठेस पहुँचती है.

रुढ़ीबद्ध धारणा | Stereotype

जब कोई व्यक्ति अपने विचारों या पूर्वाग्रह को ही सत्य माने तो इसे रुढ़ीबद्ध धारणा/व्यक्ति कहते है. एक आदर्श लड़की और लड़का में रुढ़ीबद्ध धारणा –

आदर्श लड़की 

आदर्श लड़का 

ऐसा माना जाता है की लड़कियों को धीमी आवाज में बात करनी चाहिए और सब की बात माननी चाहिए.

लड़कों को रोना नहीं चाहिए क्योंकि रोना तो कमजोरी की निशानी है.

लड़कियों के लिए जरुरी है की वे खाना बनाना, साफ सफाई करना और घर के काम काज करना सीखे.

हर लड़के को बड़े होकर पैसे कमाना होता है और परिवार पालना होता है.












लैंगिक आधार पर रुढ़ीबद्ध धारणा | Gender Stereotype

लिंग पर आधारित रुढ़ीबद्ध धारणाओं को अक्सर फिल्मों, विज्ञापनों और टेलीविजनों के धारा-वाहिकों में दिखाया जाता है. लिंग पर आधारित रुढ़िवादी धारणाओं के साथ-साथ हमें धर्म, जाति और मूल स्थान के आधार पर भी रुढ़िवादी धारणाएँ देखने को मिलती है.

भेदभाव | Discrimination

किसी भी व्यक्ति को धर्म, जाति, लिंग या क्षेत्रीयता के आधार पर किसी सुविधा से वंचित रखने को भेदभाव कहते है. जैसे – कुछ गाँवो में पंचायत की तरफ से फैसला सुना दिया जाता है की लडकियाँ जींस नहीं पहनेंगी और मोबाइल फोन नहीं रखेगी. जब कोई पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर बर्ताव करता है तो इससे भेदभाव उत्पन्न होता है.

दलित क्या है ?

दलित वह शब्द है, जो नीची कही जाने वाली जाति के लोग अपनी पहचान के रूप में इस्तेमाल करते है. वे इस शब्द को अछूत से ज्यादा पसंद करते है. दलित का मतलब है जिन्हें ‘दबाया गया’, ‘कुचला गया’. दलितों के अनुसार यह शब्द दर्शाता है की कैसे सामाजिक पूर्वाग्रहों और भेदभाव ने दलित लोगों को दबाकर रखा है. सरकार ऐसे लोगों को ‘अनुसूचित जाति’ की श्रेणी में रखता है.

लैंगिक भेदभाव | Gender Discrimination

कुछ गाँवो में लड़कियों को 5वीं या 6ठी कक्षा के बाद पढ़ने नहीं दिया जाता है. ज्यादातर लड़कियों को पढाई के बाद कोई रोजगार करने नहीं दिया जाता है बल्कि उन्हें शादी के लिए बाध्य किया जाता है. कई परिवारों में लड़के और लड़कियों को पश्चिमी परिधान पहनने की इजाजत नहीं होती है. ये सभी लैंगिक भेदभाव के उदाहरन है.

धार्मिक भेदभाव | Religious Discrimination

कई बार किसी खास धर्म के होने के कारण लोगों को नौकरी नहीं दी जाती है. धर्म के कारण लोगों को कुछ खास सार्वजानिक स्थानों ( खासकर से पूजा स्थलों ) पर जाने की अनुमति नहीं होती है.

जाति भेदभाव | Caste Discrimination

भारत में जाती व्यवस्था काफी पुरानी है, जिसके अनुसार लोगों को अलग-अलग जातियों में बाँटा गया है और हर जाती के व्यक्ति के लिए अलग-अलग काम निर्धारित की गई है. जाति भेदभाव के कारण पढ़ लिख लेने के बाद भी लोग अपना पेशा नहीं बदल सकते थे. जाति प्रथा की जड़ें इतनी गहरी थी की उस पर आधारित सामाजिक ढांचे से बाहर निकलना बहुत मुश्किल था.

जाति भेदभाव के कारण ही मोची का बेटा मोची का ही काम कर सकता था और धार्मिक अनुष्टान कराने का अधिकार केवल ब्राह्मणों को था. ऊँची जाति के लोगों द्वारा आयोजित अनुष्ठानों में नीची जाति के लोगों का जाना भी वर्जित था.

समानता की लड़ाई | Fight for Equality

जातिगत भेदभाव के खिलाफ हमारे कई स्वाधीनता सेनानियों ने जातिगत भेदभाव के खिलाफ आवाज उठाई है. गाँधीजी ने अछूत जाति के लोगों को ‘हरिजन’ का नाम दिया है. जातिगत भेदभाव के इस लड़ाई में अहम् भूमिका निभाने वालों में भीमराव अंबेडकर का भी नाम आता है. जब भारत आजाद हुआ तो जातिगत भेदभाव को संविधान में एक अपराध घोषित किया गया था.

संविधान में इस बात का भी प्रावधान किया गया की दलितों का उत्थान किया जाए और भारत को एक धर्म-निरपेक्ष देश बनाया जाए. इसका मतलब है की भारत में कोई अधिकारिक धर्म नहीं है और कानून की दृष्टि में सभी धर्म एकसमान है. कोई व्यक्ति धर्म या जाति के आधार पर किसी अन्य व्यक्ति के साथ भेदभाव नहीं कर सकता है.

FAQ | Frequently Asked Questions 

1. पूर्वाग्रह किसे कहते है ?

उत्तर – जब कोई व्यक्ति किसी व्यक्ति के बारे में पहले ही नकारात्मक धारणा/सोच बना लेता है, तो ऐसी सोच को पूर्वाग्रह कहते है.

2. रुढ़ीबद्ध धारणा/व्यक्ति किसे कहते है ?

उत्तर – जब कोई व्यक्ति अपने विचारों या पूर्वाग्रह को ही सत्य माने तो इसे रुढ़ीबद्ध धारणा/व्यक्ति कहते है.

3. भेदभाव किसे कहते है ?

उत्तर – किसी भी व्यक्ति को धर्म, जाति, लिंग या क्षेत्रीयता के आधार पर किसी सुविधा से वंचित रखने को भेदभाव कहते है.

4. दलित किसे कहते है ?

उत्तर – दलित वह शब्द है, जो नीची कही जाने वाली जाति के लोग अपनी पहचान के रूप में इस्तेमाल करते है.

5. दलित का मतलब क्या है ?

उत्तर – दलित का मतलब है जिन्हें ‘दबाया गया’, ‘कुचला गया’.

6. भेदभाव कितने प्रकार की है ?

उत्तर – भेदभाव तीन प्रकार की है – लैंगिक भेदभाव, जाति भेदभाव और धार्मिक भेदभाव.

7. लैंगिक भेदभाव किसे कहते है ?

उत्तर – लिंग ( स्त्री और पुरुष ) के आधार पर होने वाला भेदभाव लैंगिक भेदभाव कहलाता है.

8. जाति भेदभाव किसे कहते है ?

उत्तर – जाति के आधार पर होने वाले भेदभाव को जाति भेदभाव कहते है.

9. धार्मिक भेदभाव किसे कहते है ?

उत्तर – धर्म के आधार पर होने वाले भेदभाव को धार्मिक भेदभाव कहते है.

10. महात्मा गाँधी ने अछूत जाति के लोगों को क्या नाम दिया है ?

उत्तर – हरिजन

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