अब तकनीकी शिक्षा से लैस होंगे अमेठी के सभी कंपोजिट विद्यालय, टैबलैब की होगी स्थापना
अब परिषदीय विद्यालयों के बच्चों को तकनीकी शिक्षा में कान्वेंट को मात देने के लिए विशेष पहल की गई है। इसे प्रभावी बनाने के लिए स्कूलों में टैबलैब स्थापित किया जाएगा। जिसके माध्यम से बच्चों को ज्ञान के क्षेत्र में निपुण किया जाएगा। एक टैबलैब में 50 टैबलेट होंगे। उसे इंटरनेट की सुविधा से लैस किया जाएगा। अगले साल नए सत्र से बच्चों को इसका लाभ मिलेगा।
शुरू हुई चयन प्रक्रिया : शिक्षा महकमा ने शासनादेश के बाद विद्यालयों के चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। मानक एवं शर्त पूरा करने वाले विद्यालय ही टैबलैब प्रयोगशाला के रूप में विकसित होंगे। ब्लाक में 133 प्राथमिक, 46 उच्च प्राथमिक विद्यालय संचालित हैं। इन विद्यालयों में 28 कंपोजिट स्कूल हैं। कंपोजिट स्कूलों में कक्षा एक से आठ तक के छात्र-छात्राओं को एक ही विद्यालय में शिक्षा दी जा रही है। नवाचार शिक्षा के माध्यम से गुणवत्ता में सुधार लाने की पूरी कोशिश हो रही है। जिसमें शिक्षकों को सफलता भी मिल रही है।
यह होगा मानक : टैबलैब उन्हीं विद्यालयों में स्थापित होगा, जिसमें 180 से अधिक छात्र-छात्राएं नामांकित होंगे। इसके साथ विद्यालय में विद्युतीकरण होना अनिवार्य है। पांच अध्यापक कम से कम तैनात हों। प्रयोगशाला संचालन के लिए कुशल मैनेजर तैनात किए जाएंगे। इसकी व्यवस्था नीति आयोग की ओर से फील्ड मैनेजमेंट स्टाफ करेगा। जो चयनित स्कूलों में जाकर अध्यापकों को टैबलेट संचालन व तकनीकी शिक्षा में निपुण करेंगे। प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद संबंधित शिक्षक बच्चों को हाइटेक शिक्षा देंगे।
पंचायती राज विभाग का लेंगे सहयोग : इस संबंध में खंड शिक्षा अधिकारी सतीश सिंह ने बताया कि मार्च 2023 तक स्कूलों का चयन कर टैबलैब प्रयोगशाला की स्थापना कर दी जाएगी। जिन स्कूलों में थोड़ी बहुत कमियां है उन्हें तत्काल सही कराने के लिए निर्देशित किया गया है। इसके साथ ही पंचायती राज विभाग से भी सहयोग लेकर कार्य पूर्ण कराया जाएगा। इस व्यवस्था से नौनिहालों को आगामी नवीन शिक्षण सत्र से अवसर का लाभ मिल सकेगा।
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