UP पालीटेक्निक में प्रवेश पाने का अंतिम अवसर, सरकारी संस्थान में रिक्त सीटों पर मिलेगा दाखिला
संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद की ओर से आयोजित पालीटेक्निक प्रवेश काउंसिलिंग का सातवां चरण पूरा होने के बावजूद सीटें खाली हैं। प्राइवेट तो छोड़िए सरकारी व सहायता प्राप्त संस्थानों में भी सीटें नहीं भर पाई हैं। निजी संस्थान अब सीधे प्रवेश के लिए विद्यार्थियों को फोन करके बुलाने लगे हैं। बावजूद इसके उन्हें अभी भी प्रवेश का इंतजार है। अभ्यर्थी 30 अक्टूबर तक प्रवेश ले सकते हैं।
अयोध्या रोड के राजकीय पालीटेक्निक के प्रधानाचार्य आरके वर्मा ने बताया कि एक, दो और तीन वर्षीय डप्लोमा की सीटें खाली हैं। jeecuphelp@gmail.com और jeecup.admissions.nic.in और jeecup.nic.in पर आनलाइन जानकारी व आवेदन किया जा सकता है। इस वर्ष परीक्षा के लिए 3,02,066 ने पंजीयन कराया था और उनमे से 1,87,640 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए। इनमे से 1,74,770 पास हुए हैं। सभी सरकारी, सहायता प्राप्त और निजी संस्थानों में प्रवेश के लिए कुल सीटें 2,28,527 हैं।
सरकारी संस्थानों में 30 फीसद सीटें खालीः छह चरण पूरे होने के बावजूद 80 प्रतिशत प्राइवेट और 30 प्रतिशत सरकाराी व सहायता प्राप्त संस्थानों में सीटें अभी खाली हैं। कृष्णानगर के लखनऊ पालीटेक्निक के प्रधानाचार्य राजेंद्र सिंह ने बताया कि 52 सीटें रिक्त हैं जिनमे से काउंसिलिंग हो चुकी है। 30 अक्टूबर तक प्रवेश पूरा करने की चुनौती भी संस्थानों के सामने है। मोहान रोड के गोविंद बल्लभ पंत राजकीय पालीटेक्निक के प्रधानाचार्य केके श्रीवास्तव ने बताया कि 98 प्रतिशत सीटें भर गई हैं। बाकी पर काउंसिलिंग चल रही है।
देर से काउंसिलिंग का रहा असरः इस बार प्रवेश की काउंसिलिंग लेट होने के चलते विद्यार्थियों में प्रवेश को लेकर दिलचस्पी समाप्त हो गई और कई ने कहीं और प्रवेश ले लिया। रही सही कसर निजी संस्थानों में प्रवेश को लेकर नई गाइड लाइन और शुल्क प्रतिपूर्ति का असर भी प्रवेश पर पड़ रहा है।
संयुक्त प्रवेश परीक्षा में बैठे अभ्यर्थियों से आवेदन मांगे गए थे। 25 हजार से अधिक अभ्यर्थियों ने आवेदन किए हैं। काउंसिलिंग चल रही है। 30 अक्टूबर तक 154 सरकारी और 19 सहायता प्राप्त संस्थानों सीटें भर जाएंगी। सभी को निर्देश दिए जा चुके हैं। -राम रतन, प्रभारी सचिव, संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद
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