अबेकस पोर्टल पर नहीं भरी सूचनाएं तो रुकेगा शिक्षकों व कर्मचारियों का वेतन, ये है प्रक्रिया
लखनऊ विश्वविद्यालय से लेकर राजकीय, सहायता प्राप्त एवं प्राइवेट डिग्री कालेजों को 30 नवंबर तक एकेडमिक बैंक फार कालेज एंड यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स आफ उत्तर प्रदेश (अबेकस-यूपी) पोर्टल पर शिक्षकों, कर्मचारियों एवं छात्र-छात्राओं का डाटा अपलोड करना अनिवार्य होगा। ऐसा न करने वाले राजकीय व एडेड कालेजों के शिक्षकों एवं कर्मचारियों का नवंबर माह का वेतन रोक दिया जाएगा। क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी डा. सुधीर कुमार की ओर से सभी कालेजों के प्राचार्यों को इस संबंध में निर्देश जारी किए गए हैं।
दरअसल, राज्य सरकार की ओर से अबेकस पोर्टल बनाया गया है। इसमें सभी विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालयों को अपने शिक्षकों, कर्मचारियों एवं छात्र-छात्राओं का डाटा अपलोड करने के लिए कहा गया है। इन सभी को स्वयं भी लागिन पासवर्ड के माध्यम से अपना डेटा फीड करना है। इसमें शिक्षकों को नाम, पता, शैक्षिक योग्यता से लेकर शोध पत्र, कितने सेमिनार में प्रतिभाग किया व अन्य सभी सभी जानकारी अपलोड करनी है।
विद्यार्थियों को भी अपना विवरण भरना है। क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी डा. सुधीर कुमार ने बताया कि ज्यादातर कालेजों ने पंजीकरण तो करा लिया है, लेकिन सूचनाएं नहीं अपलोड की है। राज्य सरकार की प्राथमिकता में यह कार्य है। इसलिए स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि पोर्टल पर सूचनाएं अपलोड न करने वाले राजकीय, एडेड कालेजों का नवंबर महीने का वेतन रोक दिया जाएगा।
150 प्राइवेट कालेजों का डेटा फीड : लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलसचिव संजय मेधावी ने बताया कि राजकीय व एडेड कालेज अपना डेटा फीड कर रहे हैं। 150 प्राइवेट कालेजों से गूगल फार्म के माध्यम से डेटा मंगवाकर यूनिवर्सिटी में भी फीड किया जा चुका है। अन्य को भी 30 तक देने के लिए कहा गया है।
ये आ रही दिक्कत : अबेकस पोर्टल पर डेटा फीड करने में काफी दिक्कत आ रही है। डीएवी कालेज के प्राचार्य प्रोफेसर सुधांशु सिन्हा का कहना है कि पोर्टल पर कोई भी डेटा यदि त्रुटिवश हो गया है तो उसमें अपडेट का विकल्प नहीं आ रहा। छात्र यदि अपना रोल नंबर डाल रहे तो फीड नहीं हो पा रहा। इसके अलावा भी कई समस्याएं आ रही हैं। इसके समाधान के लिए सिर्फ ई-मेल आइडी दी गई है। कोई फोन नंबर नहीं है।
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