पीएम श्री स्कूलों के चयन के लिए पोर्टल लॉन्च, सरकारी स्कूलों में बच्चों को मिलेंगी ये हाईटेक सुविधाएं
PM SHRI Schools : देश में राष्ट्रीय शिक्षा नीति का कार्यान्वयन प्रारंभ हो गया है। शिक्षा, कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने पीएमश्री (प्रधानमंत्री स्कूल फॉर राइजिंग इंडिया) स्कूलों के चयन के लिए गुरुवार को पोर्टल लॉन्च किया। pmshree.education.gov.in में सभी राज्य सरकारें आवेदन कर सकेंगी। इस योजना में प्रत्येक ब्लॉक से दो-दो सरकारी स्कूल आवेदन कर सकेंगे। सरकार की तरफ से कुछ मानक रखे गए हैं जिन पर स्कूलों का चयन किया जाएगा। स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग (डीओएसईएल) की वेबसाइट के अनुसार, पीएम श्री स्कूल भारत सरकार द्वारा एक केंद्र प्रायोजित योजना है। इस पहल का उद्देश्य केंद्रीय विद्यालय संगठन (केवीएस) और नवोदय विद्यालय समिति (एनवीएस) सहित केंद्र सरकार/राज्य/केंद्र शासित प्रदेश सरकार/स्थानीय निकायों द्वारा प्रबंधित 14,500 पीएम श्री स्कूलों को विकसित करना है, जिसमें प्रत्येक छात्रों की शिक्षा व्यवस्था की देखभाल की जानी है।
पीएम श्री स्कूलों में क्या होगा खास
- पीएम श्री स्कूलों में शिक्षा देने का आधुनिक, परिवर्तनकारी तरीका अपनाया जाएगा। इन स्कूलों मे नई शिक्षा नीति के तहत खोज उन्मुखी पढ़ाई होगी और सीखने पर ज्यादा जोर दिया जाएगा।
- इन स्कूलों में स्मार्ट क्लासरूम, खेल की सुविधाएं और आधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर होगा। इससे लाखों छात्र लाभान्वित होंगे।
- ये आदर्श विद्यालय यानी मॉडल स्कूल होंगे जो पूरी तरह राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) के अनुरूप होंगे। इन्हें केंद्र से फंडिंग मिलेगी।
- कंप्यूटर लैब से लेकर लैबोरेटरी, लाइब्रेरी और अन्य जगहों पर भी पढ़ने पढ़ाने के लिए लेटेस्ट टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जाएगा।
- इन सरकारी स्कूलों में प्ले स्कूल की भी होंगे। पीएम श्री स्कूलों में तीसरी कक्षा से लेकर 12वीं तक की पढ़ाई कराई जाएगी।
- देश के हर जिले के दो ब्लॉक में पीएम श्री स्कूल खोले जाएंगे। ये स्कूल विद्या समीक्षा केंद्र से जोड़े जाएंगे। यह केंद्र स्कूल, शिक्षक, विद्यार्थी सबके प्रदर्शन की समीक्षा करेगा।
- इन स्कूलों में डिस्कवरी ओरिएंटेड और लर्निंग सेंट्रिक टीचिंग मेथड लागू होगा। बच्चों को नई चीजें सिखाई जाएगी। उनमें एक्सपेरिटमेंट व रिसर्च करने और नई नई खोज करने की ललक जगाई जाएगी। रटने की बजाय उन्हें चीजों को समझना सिखाया जाएगा।
- इन स्कूलों को ग्रीन स्कूल के रूप में डेवलप किया जाएगा। इनके कैंपस इस तरह तैयार होंगे जहां जल संरक्षण से लेकर कूड़े की रीसाइकलिंग, बिजली की बचत का ख्याल रखा जाएगा। यहां आर्ट रूम भी होंगे। बच्चों क्रिएटिव बनेंगे।
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