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शनिवार, 19 नवंबर 2022

परीक्षा सिर पर, लेकिन छात्रों को अभी तक नहीं मिली किताबें

 


परीक्षा सिर पर, लेकिन छात्रों को अभी तक नहीं मिली किताबें

जिले के सरकारी प्राथमिक स्कूलों में अभी तक भी छात्रों को पूरी किताबें नहीं मिल पाई हैं। शिक्षा विभाग समय पर छात्रों को सभी विषयों की किताबें मुहैया कराने में नाकाम रहा है। जबकि आगामी 25 नवंबर को पहली तिमाही परीक्षा कराने के लिए विभागीय अधिकारियों और शिक्षकों की बैठकों का दौर चल रहा है।

परिषदीय स्कूलों में एक तरफ तो निपुण भारत अभियान के तहत विभिन्न गतिविधियां चलाकर छात्रों को गणित और भाषा में दक्ष बनाने के लिए भरपूर प्रयास किए जा रहे हैं ताकि निपुण भारत मिशन के लक्ष्य को समयानुसार प्राप्त किया जा सके। वहीं, दूसरी ओर इन स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को सभी विषयों की किताबें नहीं मिली हैं।

ऐसे में छात्रों के साथ-साथ शिक्षकों को भी पढ़ने-पढ़ाने में परेशानी हो रही है। गौरतलब है कि जनपद के 446 प्राथमिक, उच्च प्राथमिक और कंपोजिट स्कूलों में शासन की ओर से ही पाठ्य पुस्तकें दी जाती हैं, लेकिन आधा सत्र बीतने के बाद भी छात्रों को किताबें नहीं मिल पाई हैं।

चौथी से आठवीं तक के छात्रों को नहीं मिली वर्क बुक

परिषदीय स्कूलों में कक्षा चार से कक्षा आठ तक के छात्रों को अभी तक वर्क बुक नहीं मिली हैं। ऐसे में विद्यार्थियों की पढ़ाई पर भी असर पड़ रहा है। स्कूलों के शिक्षकों के अनुसार इसको लेकर बेसिक शिक्षा विभाग को कई बार बताया जा चुका, लेकिन अभी तक वर्क बुक नहीं मुहैया कराई गई हैं। वहीं, शिक्षकों को भी बच्चों को पढ़ाने में समस्या होती है। परीक्षा की तैयारी कराने में भी उनकी परेशानी भी बढ़ गई है।

25 नवंबर को होनी है निपुण एसेसमेंट परीक्षा

सरकारी स्कूलों में 25 नवंबर को पहली निपुण एसेसमेंट परीक्षा होनी है। इसे लेकर शिक्षा विभाग तैयारी करने में जुटा है। इस परीक्षा से निपुण भारत मिशन के लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए छात्रों का मूल्यांकन किया जाएगा। इसके बाद छात्रों के स्तर के अनुसार ही आगे की पढ़ाई को लेकर रणनीति बनाई जाएगी।

अभी तक जितनी किताबें विभाग को मिली हैं, सभी स्कूलों में पहुंचा दी गई हैं। ज्यादातर एक्सरसाइज बुक ही रह गई हैं। तीन-चार दिन में सभी विद्यार्थियों को किताबें उपलब्ध करा दी जाएंगी।

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