CBSE 12वीं बोर्ड परीक्षा की चिंता में 55 फीसदी छात्र तनावग्रस्त, मनोदर्पण टेली काउंसिलिंग में 10 दिनों में 25 हजार छात्रों ने किया फोन
बोर्ड में अच्छे अंक कैसे आएंगे। कई विषयों के सिलेबस पूरे नहीं हो पाए हैं, कैसे परीक्षा देंगे। याद करने के बाद भी उत्तर दिमाग से निकल जाता है। ये तमाम सवाल दसवीं और 12वीं बोर्ड परीक्षार्थियों द्वारा हर दिन फोन करके पूछे जा रहे हैं।दसवीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा को लेकर चिंतित परीक्षार्थी मनोदर्पण टेली काउंसिलिंग के जरिए सुझाव मांग रहे हैं। दस दिन में 25 हजार 467 विद्यार्थियों ने फोन किया है। इसमें से 17 हजार से अधिक परीक्षार्थियों में मानसिक तनाव पाया गया है।
चूंकि सीबीएसई दसवीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा इस बार फरवरी में होनी तय है। परीक्षा में पूरे सिलेबस से प्रश्न आयेगा। ऐसे में खासकर 12वीं के परीक्षार्थी अधिक चिंतित है। ज्ञात हो कि कोरोना संक्रमण के कारण 2021 और 2022 में बोर्ड परीक्षा नहीं ली जा सकी। ऐसे में 2021 में दसवीं बोर्ड बिना परीक्षा के छात्र उत्तीर्ण हुए थे। उन छात्रों की इस बार 12वीं बोर्ड परीक्षा है। ऐसे में 12वीं के छात्र इस बार पहली बार बोर्ड परीक्षा में शामिल होंगे। अब छात्र सिलेबस पूरा करने से लेकर परीक्षा की तैयारी को लेकर अपनी समस्याओं को दूर करने के लिए काउंसलर से संपर्क कर रहे हैं। एनसीईआरटी द्वारा मनोदर्पण टेली काउंसिलिंग मई 2020 में स्कूली छात्र और छात्राओं के लिए शुरू की गयी थी। इसमें छात्रों की काउंसिलिंग की जाती थी, जिससे घर में स्कूल की ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे बच्चों को मानसिक तनाव से दूर रखा जाए। बोर्ड परीक्षार्थी की अच्छे से काउंसिलिंग की जाए, इसके लिए एनसीईआरटी ने काउंसलर की संख्या 352 कर दी है। देश भर के हर राज्य से काउंसलर को मनोदर्पण टेली काउंसिलिंग में जोड़ा गया है। इसमें बिहार से चार काउंसलर शामिल हैं।
एक सैनिक स्कूल नालंदा के प्रमोद कुमार, केंद्रीय विद्यालय मुजफ्फरपुर के राजेश कुमार, एसबी सेंट्रल स्कूल की डॉ. कृष्णा चौधरी और एसएम कालेज भागलपुर की ज्योतिमा पांडेय शामिल है। काउंसलर बढ़ने से सवाल पूछने वाले छात्रों की संख्या भी बढ़ गयी है।
इस तरह के और सवाल कर रहे परीक्षार्थी
- कंपीटेंसी आधारित प्रश्नों की संख्या कितनी रहेगी, हमें स्कूल में नहीं पढ़ाया गया
- केस स्टडी आधारित प्रश्नों की संख्या कितनी रहेगी
- उत्तर याद नहीं होता है
- सिलेबस के बारे में पूरी जानकारी नहीं है
- प्रश्न का पैटर्न कैसा रहेगा
काउंसलर की राय
- दस साल के प्रश्न पत्र का अभ्यास करें
- रट कर उत्तर याद नहीं करें, क्योंकि ज्यादातर प्रश्न चैप्टर के अंदर से रहेंगे
- केस स्टडी वाले प्रश्न में भी कंपीटेंसी वाले प्रश्न रहेंगे
- प्रश्न के पैटर्न को समझने के लिए बोर्ड वेबसाइट पर डाले गये सैंपल पेपर जरूर देखें
कोट
दो साल के बाद इस बार बोर्ड परीक्षा ली जाएगी। इसको लेकर विद्यार्थियों में डर और परेशानी अधिक देखी जा रही है। खासकर 12वीं के छात्र में जो कोरोना संक्रमण के कारण दसवीं बोर्ड नहीं दे पाए थे। हर दिन फोन पर बोर्ड परीक्षा की समस्याओं को लेकर बच्चे फोन करते हैं।- प्रमोद कुमार, काउंसलर, मनोदर्पण टेली काउंसिलिंग।
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