UPSSSC : अधीनस्थ चयन आयोग में पर्याप्त स्टाफ नहीं, कैसे हो भर्ती परीक्षाएं, कई परीक्षाओं के परिणाम भी लंबित
उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग में पर्याप्त स्टाफ और संसाधन नहीं हैं। इसके चलते सरकार के विभिन्न विभागों में समूह ग के पदों पर भर्ती के लिए न तो समय पर परीक्षाएं हो पा रही हैं और न ही परीक्षा परिणाम जारी हो रहे हैं। जबकि आयोग को हर सप्ताह किसी न किसी विभाग से समूह ग के पदों पर भर्ती के लिए अधियाचन मिलता है। इसके परीक्षण से लेकर अन्य प्रक्रिया में समय लगता है। पर्याप्त स्टाफ व संसाधन नहीं होने के कारण अधियाचन में से प्राथमिकता के आधार पर भर्ती के विज्ञापन जारी करने की प्रक्रिया शुरू की जाती है।
आयोग की ओर से खनन मोहर्रिर के 92 पदों पर भर्ती के लिए 29 अक्तूबर से 18 नवंबर आवेदन मांगे गए थे। 61,182 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। वन दरोगा के 701 पदों पर भर्ती के लिए 17 अक्तूबर से 6 नवंबर के बीच 1,31,364 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। इसी तरह बाल विकास व पुष्टाहार विभाग में मुख्य सेविका के 2,693 पदों के लिए 3 से 24 अगस्त तक 46,986 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। इन लाखों अभ्यर्थियों को अब भर्ती परीक्षाओं की तिथि घोषित होने का इंतजार है।
उधर, अधीनस्थ कनिष्ठ सेवा के 672 पद, वन रक्षक के 27 पद, लेखपालों के 8,085 पद, अवर अभियंता, सहायक शोध अधिकारी, सहायक सांख्यिकी अधिकारी व संगणक और फोरमैन भर्ती परीक्षा के परिणाम भी लंबित हैं।वहीं चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग और उद्यम विभाग में कनिष्ठ सहायक के 1,262 पदों पर भर्ती के लिए 21 नवंबर से ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया चल रही है। जबकि औद्योगिक विकास विभाग में कनिष्ठ सहायक के 62 पदों पर भर्ती के लिए आवेदन की प्रक्रिया 19 दिसंबर से शुरू होगी।
आयोग में कनिष्ठ लिपिक, वरिष्ठ लिपिक, लेखाकार, कम्प्यूटर ऑपरेटर सहित अलग-अलग श्रेणी के कुल 131 पद सृजित हैं। पर, सिर्फ 59 कर्मचारी ही कार्यरत हैं। हालांकि 32 पदों पर भर्ती प्रक्रिया चल रही है। इसके बाद भी आयोग में 40 पद रिक्त रहेंगे।
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