शिक्षा विभाग की लैपटॉप वितरण योजना में बजट की कटौती, 8वीं, 10वीं, 12वीं के 55800 टॉपर्स स्टूडेंट्स को ही मिलेंगे टैबलेट, 110 करोड़ रु. खर्च होंगे
बीकानेर राज्य के सरकारी स्कूलों में 8वीं, 10वीं और 12वीं के 55 हजार 800 टॉपर्स स्टूडेंट्स को टैबलेट देने का फैसला सरकार ने किया है। इसका वितरण नए शिक्षा सत्र में जुलाई के बाद होगा। शिक्षा निदेशालय स्तर पर इसकी पूरी तैयारी हो चुकी है। माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने टैबलेट वितरण का ठेका फाइनल कर दिया है। सरकारी स्कूलों में 8वीं, 10वीं और 12वीं के 55 हजार 800 टॉपर्स स्टूडेंट्स को एसर और सैमसंग कंपनी के टैबलेट दिए जाएंगे। इस पर 110 करोड़ रुपए खर्च होंगे।
लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगने से पहले टेंडर फाइनल हो गए थे, लेकिन वर्क ऑर्डर जारी नहीं किए जा सके। अब आचार संहिता हटने के बाद वर्क ऑर्डर जारी किए जाएंगे। उसके बाद दोनों कंपनियों को टैबलेट की आपूर्ति करने का समय दिया जाएगा। ऐसे में जुलाई से पहले वितरण शुरू नहीं हो सकेगा। यह योजना पिछले पांच साल से लंबित थी। चुनाव आचार संहिता के हवाला देते हुए शिक्षा निदेशक आशीष मोदी ने इस विषय पर भी कहने से इनकार किया है।
सूत्रों के अनुसार वर्ष 2019-20 से लेकर अब तक 8वीं, 10वीं और 12वीं के कुल एक लाख 20 हजार 900 स्टूडेंट्स को टैबलेट देने के प्रस्ताव थे। इसके लिए 223 करोड़ के बजट का प्रावधान सरकार ने किया था। अब इसमें कटौती कर दी गई है। सरकार ने वर्ष 2022-23 व 23-24 के 55800 टॉपर्स को ही टैबलेट देने का फैसला किया है। 2019-20 से लेकर 2021-22 तक के 65 हजार 100 टॉपर्स को टैबलेट नहीं मिलेंगे। उस वक्त कोरोना काल था। स्टूडेंट्स को फार्मूले के तहत प्रमोट किया गया था। इसलिए सरकार ने उन्हें टैबलेट के योग्य नहीं माना। इससे इन स्टूडेंट्स को निराशा होगी। हालांकि इनमें सैकड़ों स्टूडेंट्स अब कॉलेज की पढ़ाई भी पूरी कर चुके हैं।
यह है योजना सरकारी स्कूलों के समस्त वगों के मेधावी स्टूडेंट्स जिन्होंने 8वीं, 10वीं व 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाओं में 75 प्रतिशत या इससे अधिक अंक अर्जित किए हैं। उन्हें वरीयता के आधार पर लैपटॉप या टैबलेट का वितरण किया जाता है। वर्ष 2018 में 27,900 स्टूडेंट्स को लैपटॉप दिए गए थे। वर्ष 2019 के बाद बोर्ड परीक्षा में उत्तीर्ण प्रतिभाशाली स्टूडेंट्स को लैपटॉप नहीं दिए गए। अब दो साल के टॉपर्स को ही मिलेंगे।
पांच साल पहले 2019 में 12वीं के टॉपर्स अब पीजी कर चुके: 5 साल पहले 2019 में 12वीं बोर्ड की परीक्षा अच्छे अंकों से उत्तीर्ण करने वाले टॉपर्स की पीजी स्तरीय परीक्षाएं भी पूरी हो चुकी हैं।
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