सीबीएसई स्कूलों में कक्षा लेंगे संगीत और नृत्य के कलाकार
संगीत, नृत्य, नाटक समेत अन्य कला के कलाकार सीबीएसई स्कूलों में कक्षा लेंगे। सत्र 2024-25 के लिए लर्निंग थ्रो आर्ट इंटीग्रेशन के तहत यह निर्णय लिया गया है। बेहतर करने वाले स्कूल सीबीएसई के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस से जुड़ेंगे। अलग-अलग कला की पढ़ाई इन एक्सपर्ट कलाकारों और शिक्षकों के माध्य्म से सीबीएसई स्कूल के बच्चों को कराई जाएगी। एक अप्रैल 2024 से लेकर 30 मार्च 2025 तक के लिए शिडयूल जारी किया गया है। सभी स्कूल निदेशक को इसे लेकर निर्देश दिया गया है। कक्षा का स्कूल रिकॉर्ड अपलोड करेंगे।
इस तरह करेंगे स्कूल काम सीबीएसई ने ‘कला एकीकृत अधिगम’ को लागू करने को निर्देश दिया है। कहा है कि शिक्षण में कला एकीकरण रचनात्मकता का पोषण करता है। विद्यार्थियों को स्वतंत्र अभिव्यक्ति, लीक से हटकर सोचने तथा नवाचार के लिए प्रोत्साहित करता है। कला एकीकृत शिक्षण अधिगम द्वारा विद्यार्थियों के समग्र विकास में सहायता मिलती है। उनकी भावनात्मक, सामाजिक एवं संज्ञानात्मक समस्याओं का समाधान होता है। विद्यार्थियों के समग्र विकास के दृष्टिगत शैक्षणिक सत्र 2024-25 के थीम के रूप में अपनाया गया है।
विद्यार्थी स्तरीय कार्यशालाएं:
विद्यालय द्वारा कला एकीकृत विधियों पर विद्यार्थियों के लिए कला के विभिन्न रूपों, जैसे दृश्य-श्रव्य कला, संगीत, नाटक एवं नृत्य आदि कला आधारित कार्यशालाएं और गतिविधियां होंगी।
सामुदायिक सहभागिता:
अभिभावकों एवं स्थानीय समुदाय की सहभागिता को प्रोत्साहन देने के लिए विद्यालयों द्वारा कलात्मक प्रतिभाओं के प्रदर्शन के लिए प्रदर्शनियों व इंटरैक्टिव सत्रों का आयोजन किया जाएगा।
राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस:
‘कला एकीकृत अधिगम’ थीम पर बोर्ड द्वारा एक राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस का आयोजन अक्टूबर-नवंबर में मदुरई, (तमिलनाडु) में होना तय हुआ है। बेहतर करने वाले स्कूल वहां जाएंगे।
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