सभी 50 जिलों में होगा आरकेएसएमबीके का तृतीय आंकलन,दो दिन 29-30 अप्रेल को होगा इस बार का आंकलन
बीकानेर . सरकारी स्कूलों में बिहाइंड ग्रेड विद्यार्थियों को स्वयं की कक्षा के स्तर पर लाने के लिए शुरू किया गया राजस्थान के शिक्षा में बढ़ते कदम (आरकेएसएमबीके) आंकलन प्रदेश के सभी 50 जिलों में कराया जाएगा। वर्ष में तीन बार कम्पीटेंसी बेस्ड आंकलन किया जाता है। इस बार यह आंकलन 29 एवं 30 अप्रेल को होगा। इस संबंध में दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। राजस्थान राज्य के नवीन गजट नोटिफिकेशन के तहत 17 नवगठित जिलों को शामिल करते हुए सभी 50 जिलों में व्यवस्था अनुसार आंकलन किया जाएगा। इसके लिए डाइट के प्राचार्य को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
सभी 50 जिलों को आकलन पत्र पैकेट्स की आपूर्ति 15 से 22 अप्रेल तक की जाएगी। डाइट प्राचार्य की ओर से संग्रहण एवं वितरण केन्द्र पर नियुक्त त्रिसदस्यीय दल अपने मोबाइल फोन चालू रखेंगे। सभी विद्यालयों के समस्त आंकलन पत्रों के पैकेट्स को संबंधित पीईईओ एवं यूसीईओ के पैकेट बॉक्स के साथ टैग कर दिया जाएगा। जिले के संग्रहण एवं वितरण केन्द्रों से निर्धारित तिथि को प्राचार्य डाइट की उपस्थिति और मॉनीटरिंग में आंकलन पत्रों के पैकेट बॉक्स का वितरण जिला समान परीक्षा की प्रक्रिया के अनुरूप समस्त मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी को किया जाएगा। राज्य के सभी महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों के लिए कक्षा 3, 4, 6 व 7 तक गणित विषय का आंकलन पत्र अंग्रेजी माध्यम में उपलब्ध करवाया गया है। आंकलन पत्र हल करने की अवधि एक घंटा रहेगी।
आंकलन केखास तथ्य
आरकेएसएमबीके के अंतर्गत किए जाने वाले आंकलन में प्रत्येक विषय में कक्षा 3 व 4 तक के लिए आंकलन पत्र में 20 प्रश्न एवं कक्षा 6 व 7 के लिए आंकलन पत्र में 30 प्रश्न होंगे। कक्षा 3 व 4 के परीक्षार्थियों के लिए आंकलन पत्र और उत्तर पत्रक एक ही पृष्ठ पर मुद्रित होगा।
कक्षा 6 व 7 के परीक्षार्थियों के लिए आंकलन पत्र और ओसीआर शीट पृथक-पृथक मुद्रित होंगे।
परीक्षार्थी की ओर से आवश्यकता पड़ने पर रफ कार्य अलग से एक शीट पर किया जाएगा।
जिला स्तर पर सीडीईओ, प्राचार्य डाइट, जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) तथा जिशिअ (प्रारंभिक) स्वयं के संयोजन में चार तथा ब्लॉक स्तर पर सीबीईओ स्वयं के संयोजन में एक उड़नदस्ते का गठन करेंगे। वे अपने जिले/ब्लॉक में तृतीय आंकलन दिनांक 29 व 30 अप्रेल 2024 तक की अवधि में अधिकतम परीक्षा केन्द्रों का निरीक्षण करेंगे।
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