बेटियों की शिक्षा में श्रेष्ठ कार्य करने वालों को मिलेगा पुरस्कार
श्रीगंगानगर. देशभर में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत बेटियों की शिक्षा को लेकर निरंतर नवाचार किए जा रहे हैं। इसके तहत बहुत से व्यक्ति और संगठन अपने-अपने स्तर पर बेटियों की शिक्षा के लिए बेहतरीन कार्य कर रहे हैं। इस क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले लोगों के लिए यूनेस्को पुरस्कार 2024 की आवेदन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इस संबंध में केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने एक अधिसूचना जारी कर इस पुरस्कार के लिए पात्र व्यक्तियों से आवेदन के लिए कहा गया है।
गौरतलब है कि इस पुरस्कार को जीतने वाले व्यक्तियों या संस्थाओं को 50 हजार डॉलर अर्थात 41.65 लाख रुपए का इनाम दिया जाएगा। पुरस्कार के लिए ऐसे लोग और संस्थाएं अपना नामांकन करा सकेंगे, जिन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में काम करते हुए दो वर्ष पूरे कर लिए हैं।
दो विजेताओं का होगा चयन
यह पुरस्कार समावेशी और समान गुणवत्ता वाली शिक्षा और लैंगिक समानता सशक्तीकरण पर ध्यान केंद्रित करते हुए सतत विकास लक्ष्यों के अनुरूप है। यूनेस्को कार्यकारी बोर्ड, पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना के सहयोग से 2024 पुरस्कार के लिए दो विजेताओं का चयन करेगा। सरकारें पुरस्कार के लिए अधिकतम तीन नामांकित व्यक्तियों को प्रस्तुत कर सकती हैं।
30 अप्रेल तक अग्रेषित होंगे आवेदन
यूनेस्को पुरस्कार के लिए गठित कमेटी के जरिए जो प्रतिभागी चयनित होंगे। उसके बाद उन्हें एक औपचारिक समारोह में आमंत्रित किया जाएगा। इसमें नामांकित व्यक्तियों के पास मापनीयता और प्रभाव प्रदर्शित करने वाली कम से कम दो वर्षों के लिए परिचालन परियोजनाएं होनी आवश्यक है। इसलिए यूनेस्को के सदस्य राज्यों और भागीदार गैर सरकारी संगठनों तथा उच्च शिक्षा संस्थानों से भी आग्रह किया गया है कि वे 30 अप्रेल तक यूनेस्को के साथ सहयोग के लिए भारतीय राष्ट्रीय आयोग को आवेदन अग्रेषित करे।
यूनेस्को पुरस्कार 2024 के लिए लड़कियों और महिलाओं की शिक्षा के लिए कार्य करने वाले विद्यार्थी, व्यक्ति या संस्थाओं के ऑनलाइन नामांकन 24 मई तक होंगे। इसमें प्रतिभागी को अंग्रेजी या फ्रेंच में नामांकन करना होगा। विस्तृत निर्देश यूनेस्को की अधिकृत वेबसाइट पर उपलब्ध है।-भूपेश शर्मा, जिला समन्वयक, विद्यार्थी परामर्श केंद्र,श्रीगंगानगर
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