थर्ड ग्रेड शिक्षकों ने उठाई तबादलों की मांग, OPS को लेकर सरकार को दिया अल्टीमेटम
राजस्थान शिक्षक संघ एकीकृत का प्रदेश स्तरीय धरना उपखंड कार्यालय बाडी के बाहर दिनभर चला जिसमें शिक्षकों ने अपनी मांगों को रखा। यह धरना राजस्थान शिक्षक संघ एकीकृत के प्रदेश महामंत्री डॉ रनजीत मीणा के नेतृत्व में हुआ। धरने में प्रदेश संगठन मंत्री चंद्रभान चौधरी ने राज्य प्रतिनिधि के तौर पर भाग लिया। धरना शिक्षकों द्वारा वर्षों से लंबित तृतीय श्रेणी अध्यापक स्थानांतरण को लेकर, 3 वर्ष से अधिक समय से तृतीय श्रेणी अध्यापक, वरिष्ठ अध्यापक, व्याख्याता, उपप्राचार्य,प्रधानाचार्य सहित कई उच्च पदों की डीपीसी को लेकर व पुरानी पेंशन योजना को यथावत रखने की मांग को लेकर दिया गया।
प्रदेश महामंत्री डॉ रनजीत मीणा ने संबोधित करते हुए कहा के पिछली सरकार सरकार में ब्लॉक ,जिला एवं राज्य स्तर पर प्रदर्शन हुए लेकिन सरकार ने मांगों को नहीं माना। अब राजस्थान में मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के नेतृत्व में नई सरकार आई है जिससे शिक्षकों को उम्मीद जगी है कि सरकार इन सभी मांगों को पूरा करेगी। राजस्थान शिक्षक संघ एकीकृत ने तय किया है कि संगठन पहले ब्लॉक स्तर पर फिर जिला स्तर पर फिर राज्य स्तर पर आंदोलन करेगा। तृतीय श्रेणी शिक्षक स्थानांतरण की मांग बहुत पुरानी और जायज मांग है जिसे सरकार द्वारा बिना समय गंवाए तुरंत पूरा करना चाहिए। शिक्षकों की मांगों को नहीं मानने का अब सरकार के पास कोई बहाना भी नहीं बचा है। शिक्षकों ने विधानसभा एवं लोकसभा चुनाव पूर्ण मनोयोग से संपन्न करवाया है। उन्होंने कहा कि सरकार निजी चिकित्सालयों द्वारा आरजीएचएस के दुर्पयोग को भी रोके वरना संगठन बड़ा आंदोलन करेगा।
प्रदेश संगठन महामंत्री चंद्रभान चौधरी ने कहा कि तीन वर्ष से अधिक समय हो गया लेकिन अभी तक किसी भी संवर्ग की डीपीसी नहीं हुई है जिसकी वजह से स्कूलों में बहुत पद रिक्त पड़े है जिससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है और नवीन शिक्षा नीति के अनुसार अध्यापकों एवं बच्चों की संख्या का गणित भी गड़बड़ा रहा है। उप प्राचार्य,प्रधानाचार्य एवं उच्च पदों की डीपीसी नहीं होने से शिक्षा विभाग की प्रभावी मॉनिटरिंग नहीं हो पा रही है। इसलिए सरकार सभी वर्गों की जल्द डीपीसी करे तो अन्य वर्गों के शिक्षक कर्मचारियों को भी पदोन्नति का अवसर मिलेगा । नवीन पेंशन योजना और पुरानी पेंशन योजना के बीच पेंशन का आंध्रप्रदेश मॉडल लाना चाहती है जो कि कर्मचारियों के लिए उतना ही घातक है जितना कि एनपीएस। इसलिए सरकार पुरानी पेंशन योजना को यथावत रखे और कर्मचारियों में उपजी भ्रम की स्थिति को स्पष्ट करे। जिला अध्यक्ष धौलपुर भगवान सिंह मीना ने भी सरकार से विभिन्न जायज मांगों को लेकर संबोधित किया।
ब्लॉक अध्यक्ष बाड़ी टीकम सिंह ने मंच संचालन किया। धरने के अवसर पर पूरे प्रदेशभर से शिक्षक जुटे जिनमें जिला सचिव राजसमंद राहुल,करौली से तैयब खां,दौसा जिला सचिव रामावतार सिकरवार,जिला महामंत्री बाड़मेर दिनेश कुमार,जिला सचिव शिव बाड़मेर प्रदीप लहचोरिया ने भी मंच संबोधित किया। इस अवसर पर अध्यापक रामनाथ, व्याख्याता सतीश अग्रवाल,रामविलास मीणा,पप्पू सिंह रावत,भरत सिंह,राकेश शर्मा पंजुपुरा,अब्दुल हफीज मोठियापुरा, लोहरेराम पराशर,जयप्रकाश मीना उपस्थित रहे तथा सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने भी धरने को समर्थन दिया। सेवानिवृत जगदीश रावत एवं विक्रांत मीना ने भी संगठन की मांगों का समर्थन करते हुए अपनी बात रखी।
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