केंद्र सरकार की ओर से कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी), रेलवे भर्ती बोर्ड एवं बैंकिंग क्षेत्र नौकरी में भर्ती के लिए संयुक्त पात्रता परीक्षा (सीईटी) कराने की तैयारी शुरू हो गई है। सरकार की ओर से भर्ती परीक्षा के आयोजन के लिए नेशनल रिक्रूटमेंट एजेंसी (एनआरए) के गठन के साथ इसके लिए सचिव सह परीक्षा नियंत्रक की नियुक्ति कर दी गई है। केंद्र सरकार की ओर से उड़ीसा कैडर के 1997 बैच के आईएएस संजीब कुमार मिश्र को एनआरए का सचिव एवं परीक्षा नियंत्रक नियुक्त किया गया है।
सीईटी शुरू होने के बाद एसएससी को तीन बड़ी परीक्षाओं कंबाइंड ग्रेजुएट लेवल (सीजीएल), कंबाइंड हायर सेकेंडरी लेवल (सीएचएसएल) एवं मल्टी टॉस्किंग स्टॉफ (एमटीएस) के पहले चरण की परीक्षा टियर-1 से मुक्ति मिलेगी। इससे लाखों परीक्षार्थियों को भी बार-बार एक स्तर की परीक्षा के लिए देश के एक कोने से दूसरे कोने तक यात्रा करने और खर्च से राहत मिलेगी। सीईटी पास कर लेने के बाद उन्हें पहले चरण के लिए तीन वर्ष तक अगले चरण की परीक्षा में शामिल होने के योग्य माना जाएगा।
केंद्र सरकार की ओर से 2019 के बजट के समय एक भर्ती परीक्षा कराने की योजना के बारे में चर्चा की गई थी, इसके बाद दूसरी बार 2020 के बजट में भी इस बाबत वित्तमंत्री ने प्रस्ताव रखा था। एसएससी मध्य क्षेत्र के निदेशक राहुल सचान का कहना है कि केंद्र सरकार की ओर से तैयार ड्राफ्ट के अनुसार एसएससी, रेलवे भर्ती बोर्ड एवं बैंकिंग सेवा भर्ती के लिए ग्रेजुएट, हायर सेकेंडरी, मैट्रिक स्तर पर तीन अलग परीक्षाएं होंगी।
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