UPSSSC PET Exam 2021: PET में लागू होगी नॉर्मलाइजेशन की व्यवस्था, जानिए क्या है इसका फार्मूला और अभर्थियों पर क्या होगा इसका असर
उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UPSSSC) द्वारा आयोजित किया जा रहा प्रीलिमिनरी एलिजिबिलिटी टेस्ट (PET) 20 अगस्त 2021 को होगा। इस परीक्षा में शामिल हो रहे अभर्थियों के पास अब परीक्षा के लिए लगभग 40 दिन बचे हैं। ऐसे में उन्हें इन दिनों अपनी तैयारी के साथ ही परीक्षा से जुड़ी हर एक बारीक जानकारी पर भी नज़र बनाकर रखनी चाहिए। इस आर्टिकल में भी हम अभ्यर्थियों के लिए PET से जुड़ी बेहद जरूरी जानकारी लेकर आए हैं। बता दें कि कई प्रतियोगी परीक्षाओं की तरह PET में नॉर्मलाइजेशन की व्यवस्था लागू हो रही है जिसका असर उन्हें रिजल्ट पर पड़ सकता है। आइए जानते हैं कि नॉर्मलाइजेशन क्या है और कैसे ये अभ्यर्थियों के परीक्षा परिणाम पर असर डाल सकती है।
PET में लागू होगी नॉर्मलाइजेशन की व्यस्था :
PET 2021 की इस परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन की व्यस्था लागू की जाएगी। वहीं, UPSSSC कई सालों से एक से अधिक पालियों में आयोजित होने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं में नॉर्मलाइजेशन की व्यस्था लागू कर रहा है। PET 2021 के लिए जारी किए गए नोटिफिकेशन में भी यह बात कही गई थी की इस परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन की व्यवस्था को लागू किया जाएगा।
क्या है नॉर्मलाइजेशन की व्यस्था :
अलग-अलग पालियों में आयोजित होने वाली परीक्षाओं में अक्सर अभ्यर्थी ये शिकायत करते हैं कि उनके पाली में कठिन प्रश्न आए थे और दूसरे अभ्यर्थियों की पाली में आसान प्रश्न आए थे। ऐसे में अंकों के वितरण में असमानता को रोकने के लिए नॉर्मलाइजेशन की व्यस्था लागू की जाती है। इस व्यस्था में यह सुनिश्चित किया जाता है कि सभी अभ्यर्थियों को समान तरह से अंक दिए जाएं।
नॉर्मलाइजेशन की व्यवस्था में एक फॉर्मूले के तहत काम किया जाता है। जिस पाली में कठिन प्रश्न आते हैं उस पाली के अभ्यर्थियों को कुछ एक्स्ट्रा मार्क्स दिए जाते हैं और जिस पाली में आसान प्रश्न आते हैं उस पाली के अभ्यर्थियों के कुछ एकस्ट्रा मार्क्स काट लिए जाते हैं ताकि सभी अभ्यर्थियों को समान रूप से नंबर मिल सके।
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