शिक्षकों ने स्कूल पहुंचे बच्चों का कुमकुम, चंदन व पुष्प वर्षा से किया अभिनंदन
कोरोना के चलते डेढ़ माह बाद खुले परिषदीय विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति 45 से 50 फीसदी दर्ज हो रही है। डीएम सत्येन्द्र कुमार के निर्देश पर बीएसए ओपी यादव ने स्कूल में पढ़ने आए बच्चों के लिए स्वागत अभियान शुरू किया है। यह अभियान 24 फरवरी तक चलेगा। इस दौरान शिक्षकों द्वारा बच्चों के विद्यालय आने पर उनका किया जाएगा। इसके साथ-साथ विद्यालयों में व्यापक स्तर पर स्वच्छता अभियान चलाकर उन्हें साफ-सुथरा किया जाएगा। क्लास रूम को सजाया जाएगा। इस दौरान शिक्षक बच्चों को विद्यालय आने के लिए प्रेरित भी करेंगे।
अभियान के पहले दिन गुरुवार को स्कूल पहुंचे बच्चों को प्रधानाध्यापक, शिक्षक व अध्यापिकाओं ने कुमकुम, चंदन का तिलक लगाया। कहीं-कहीं छात्रों पर शिक्षकों ने पुष्प वर्षा किया। फूल देकर स्वागत किया। बच्चों में भी अपने स्वागत कार्यक्रमों के लेकर उत्साह देखने को मिला। शिक्षकों ने स्कूल नहीं आने वाले बच्चों के अभिभावकों से सम्पर्क कर उनको पढ़ने के लिए भेजने का आह्वान किया।
सदर क्षेत्र के पूर्व माध्यमिक विद्यालय महराजगंज प्रथम में प्रधानाध्यापक बैजनाथ सिंह, सहायक अध्यापिका मौसम ने बच्चों का तिलक लगाकर स्वागत किया। प्राथमिक विद्यालय महराजगंज द्वितीय में प्रधानाध्यापिका साधना सिंह ने बच्चों का अभिनंदन करते हुए उनसे स्कूल नहीं आने वाले बच्चों को साथ पढ़ने लाने का आह्वान कीं। कम्पोजिट विद्यालय सोनरा के गेट को गुब्बारा से सजाया गया था। शिक्षकों ने बच्चों का तिलक लगाकर स्वागत किया। प्रधानाध्यापिका शशिबाला पटेल ने बताया कि विद्यालय में 607 बच्चों का नामांकन है। तीन सौ बच्चे पढ़ने आए थे। परतावल क्षेत्र के परिषदीय विद्यालय रूद्रपुर भलुही, प्राइमरी स्कूल दमका टोला, कतरारी समेत अन्य विद्यालयों में स्वागत सप्ताह में बच्चों का अभिनंदन किया। बीईओ राजकिशोर सिंह ने कम्पोजिट विद्यालय अमवा, पिपरापाती का निरीक्षण किया। इन दोनों स्कूलों में निरीक्षण के दौरान साठ फीसदी उपस्थिति मिली। सिसवा क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय मिस्कारी टोला में 159 बच्चों का नामांकन हैं। गुरुवार को इसमें से 95 बच्चे स्कूल आए थे। शिक्षिका सरिता, प्रीति व शिक्षक अमित कुमार ने बच्चों का तिलक लगाकर स्वागत किया।
प्राथमिक विद्यालय लोधसी में केवल तीन बच्चों की दिखी उपस्थिति
कस्बे के निकट लोधसी गांव में स्थित प्राथमिक विद्यालय गुरुवार को खुला तो जरूर मिला, लेकिन विद्यालय पर 5 शिक्षकों की जगह पर एक सहायक अध्यापिका नीतू गुप्ता व शिक्षामित्र सरोज देवी मौजूद रहीं। विद्यालय में पंजीकृत 143 बच्चों में महज तीन बच्चे ही विद्यालय में दिखे।स्वागत सप्ताह का उद्देश्य विद्यालयों में बक्वहों कई शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करना है। चूंकि विद्यालय लंबे समय के बाद खुल रहे हैं, इसलिए बेसिक शिक्षा विभाग व समस्त विद्यालयों का प्रयास है कि बच्चों को विद्यालय आने के लिए प्रेरित किया जाए। बच्चों का स्वागत फूल-माला देकर, तिलक लगाकर और गीत गाकर किया जा रहा है।-सत्येन्द्र कुमार-डीएम
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